कॉमर्स का प्रकार
अमेजन ने एक सब्सक्रिप्शन-आधारित सेवा, प्राइम गेमिंग शुरू की है, जो भारत में अपने सदस्यों को कई गेमिंग टाइटल तक पहुंच प्रदान करती है. टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, कॉमर्स का प्रकार कंपनी द्वारा दक्षिण एशियाई बाजार में सेवा का परीक्षण शुरू करने के कुछ सप्ताह बाद यह कॉमर्स का प्रकार लॉन्च किया गया है. अमेजन प्राइम और वीडियो ग्राहक गेमिंग सेवा का उपयोग कर सकते हैं, जो मुफ्त में इन-गेम लूट के साथ विभिन्न प्रकार के मोबाइल, पीसी और मैक गेम प्रदान करता है. रिपोर्ट के अनुसार, हर महीने ई-कॉमर्स ग्रुप सेवा में कई नए शीर्षक जोड़ेगा.
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में, लीग ऑफ लीजेंड्स, डेथलूप, क्वेक, सीओडी सीजन 1, ईए मैडेन 23, फीफा 23, एपेक्स लीजेंड्स, डेस्टिनी 2 और ब्रदर्स : ए टेल ऑफ टू सन्स भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध मुफ्त गेम और लूट बॉक्स में से हैं.
इस महीने की शुरुआत में, अमेजन ने 'द गेम अवॉर्डस' में 'ब्लू प्रोटोकॉल' नामक एक नया एनीम-शैली व्यापक मल्टीप्लेयर ऑनलाइन (एमएमओ) गेम का खुलासा किया था, जिसे अगले साल की दूसरी छमाही में लॉन्च किया जाना है. द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, गेम को बन्डई नेमको द्वारा विकसित किया गया है और इसे पीएस5, एक्सबॉक्स सीरीज, एक्सबॉक्स सीरीज एस और पीसी पर रिलीज किया जाएगा. गेम को मल्टीप्लेयर एक्शन रोल-प्लेइंग गेम (आरपीजी) के रूप में वर्णित किया गया है, जो खिलाड़ियों को अलग-अलग भूमिकाएं चुनने और कॉमर्स का प्रकार कहानी या मल्टीप्लेयर मोड का आनंद लेने की अनुमति देता है.
इनपुट आईएएनएस
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कॉमर्स का प्रकार
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मार्वेल ऑफ पेरू के फूल को गुल अब्बास, चार बजे के फूल (Four O’ Clock Flower) के नाम से भी जाना जाता है। यह कोमल तथा सुगंधित फूल लाल, सफेद, पीले और गुलाबी तुरही (trumpet) के आकार में खिलते हैं।
रॉक फास्फेट समुद्री चट्टानों से प्राप्त होने वाला, बारीक चूर्ण (पाउडर) होता है, जिसमें फास्फोरस और कैल्शियम पाया जाता है। यह एक प्राकृतिक उत्पाद है, जो पौधों में फूल व फल आने के लिए बहुत जरूरी होता है।
DU Jobs: श्रीराम कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चल रही है भर्ती, 09 जनवरी के पहले करें अप्लाई, मिलेगी अच्छी सैलरी
DU Recruitment 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्ती निकली है. आवदेन प्रक्रिया चालू है, जानिए कब तक कर सकते हैं अप्लाई.
By: ABP Live | Updated at : 18 Dec 2022 10:10 AM (IST)
श्रीराम कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चल रही है भर्ती
DU Sri Ram College Of Commerce Bharti 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) में असिस्टेंट प्रोफेसर पद (DU Assistant Professior Recruitment 2022) पर भर्ती निकली हैं. वे कैंडिडेट्स जो इन रिक्तियों के लिए आवेदन करने की योग्यता और इच्छा रखते हों, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भी कर सकते हैं और इन पद के बारे में विस्तार में जानकारी भी हासिल कर सकते हैं. इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के माध्यम से असिस्टेंट प्रोफेसर के कुल 80 पद भरे जाएंगे.
इस तारीख के पहले भरें फॉर्म
इन पद के बारे में जारी नोटिस में कहा गया है कि रोजगार समाचार में विज्ञापन प्रकाशित होने के 2 हफ्तों के अंदर या 09 जनवरी 2023 तक, जो भी डेट बाद में पड़े, उस तारीख तक आवेदन किया जा सकता है. लास्ट डेट का खास ख्याल रखें, उसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं होंगे.
जरूरी वेबसाइट्स
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डीयू के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में निकले असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स कॉमर्स का प्रकार को इस आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा - colrec.uod.ac.in. वहीं इन पद के बारे में डिटेल में जानकारी हासिल करने के लिए डीयू या कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं, जिसका पता क्रमश: ये है – du.ac.in और srcc.edu.
वैकेंसी कॉमर्स का प्रकार डिटेल
इस रिक्रूटमेंट ड्राइव के माध्यम से कुल 80 पद भरे जाएंगे, जिनका डिटेल इस प्रकार है.
कॉमर्स – 57 पद
इकोनॉमिक्स – 15 पद
इंग्लिश – 01 पद
एनवायरमेंटल साइंस – 02 पद
मैथ्मेटिक्स – 03 पद
पॉलिटिकल साइंस – 01 पद
कंप्यूटर साइंस - 01 पद
कितना है आवेदन शुल्क
इन पद पर अप्लाई करने के लिए अनारक्षित, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैंडिडेट्स को शुल्क के रूप में 500 रुपये देने होंगे. वहीं एससी, एसटी, पीडब्ल्यूडी और महिला कैंडिडेट्स को आवेदन शुल्क के रूप में कुछ नहीं देना है. सेलेक्ट होने पर महीने के 57,000 रुपये से अधिक सैलरी मिलेगी.
इन आसान स्टेप्स से ऐसे करें अप्लाई
- आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं यानी colrec.uod.ac.in पर.
- यहां साइन-इन करें और एप्लीकेशन फॉर्म भरें.
- अब एप्लीकेशन फीस भरें कॉमर्स का प्रकार और फॉर्म सबमिट कर दें.
- भविष्य के लिए एक प्रिंट आउट निकालकर रख लें.
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Published at : 18 Dec 2022 10:08 AM (IST) Tags: Delhi University Sarkari Naukri हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Education News in Hindi
अब इस प्रकार BH Series में बदल लीजिए पुरानी कार का नंबर, पूरे देश में पुलिस नहीं रोकेगी गाड़ी
नई दिल्ली :- यदि आप अपनी पुरानी कार में भी BH सीरीज की नंबर प्लेट लगवाना चाहते हैं तो अब यह हो सकता है. जी हाँ अब आप अपनी पुरानी कार में भी BH सीरीज नंबर प्लेट (BH Series Number Plate ) लगवा सकते है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने रेग्युलर व्हीलर रजिस्ट्रेशन (Regular Vehicle Registration ) को भारत सीरीज (BH) के नंबरों में बदलने के लिए अनुमति दे दी है. यह कदम BH Series Ecosystem को व्यापक बनाने के लिए लिया गया है . अभी तक सिर्फ नए वाहन ही BH सीरीज की नंबर प्लेट का विकल्प चयनित कर सकते थे.
Rule 48 में भी संशोधन का प्रस्ताव
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में बताया है, ‘‘जिन वाहनों पर अभी सामान्य रजिस्ट्रेशन नंबर उपलब्ध है, उनको बीएच सीरीज रजिस्ट्रेशन नंबर में Change किया जा सकता है. इसके लिए जो आवश्यक कर है उसका भुगतान करना होगा.’’. मंत्रालय ने नागरिकों की सुविधा के लिए नियम 48 में संशोधन का भी प्रस्ताव किया है. इससे बीएच सीरीज कॉमर्स का प्रकार के लिए आवेदन निवास या कार्यस्थल पर जमा करने की सुविधा प्रदान की जाएगी.
पिछले साल सितंबर में शुरू हुई थी बीएच नंबर सीरीज
इसमें यह भी कहा गया है कि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा दिए जाने वाले वर्क-सर्टिफिकेट (Work Certificate) को और मजबूत किया गया है, जिससे इनका गलत उपयोग नहीं हो पाएगा. राज्यों के बीच पर्सनल वाहनों के Transfer के लिए सड़क मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर में BH नंबर सीरीज को शुरू किया था. इस नंबर प्लेट के शुरू होने पर वाहन मालिकों को एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर होने कॉमर्स का प्रकार पर फिर से Registration नहीं करवाना होगा.
नए राज्य में दोबारा से करवाना होता था रजिस्ट्रेशन
BH सीरीज रजिस्ट्रेशन नंबर आने से पहले, किसी भी वाहन को नए राज्य में रखने से पहले दोबारा से रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता था. चालक को उस के रोड Tax का भुगतान भी करना होता था. हालांकि नई सीरीज अभी तक सिर्फ नए वाहन रजिस्ट्रेशन तक ही थी. नए निर्णय से अब आप पुरानी कार के लिए भी बीएच सीरीज नंबर प्लेट ले सकते हैं. BH नंबर के लिए रक्षा क्षेत्र, राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा ऐसी Multinational कंपनी जो देश में 4 या 4 से ज्यादा राज्यों में उपस्थित है वह भी इनके लिए आवेदन भेज सकते है.
हिमाचल में ज्यादा वसूले जा रहे बिजली के दाम
चैंबर ऑफ कॉमर्स पांवटा साहिब के प्रधान सतीश गोयल बोले, ट्रक यूनियन भी ले रही मनमाना मालभाड़ा
कार्यालय संवाददाता-पांवटा साहिब
चैंबर ऑफ कॉमर्स पांवटा साहिब इकाई प्रधान सतीश गोयल ने कहा कि प्रदेश में बिजली के दाम अन्य प्रदेशों के मुकाबले ज्यादा वसूले जा रहे हैं। फ्रेट सबसिडी (परिवहन) नहीं मिल पा रही है। उद्योग कम होते जाने का मुख्य कारण ट्रक यूनियनों द्वारा मनमाना मालभाड़ा वसूला जा रहा है। बाहरी राज्यों से कच्चा माल खरीदकर लाया जाता है तथा तैयार कर माल भी बाहरी प्रदेशों में भेजा जाता है। इसलिए नई प्रदेश सरकार से उम्मीद करते हैं कि प्रदेश में ट्रक यूनियनों पर प्रतिबंध लगाकर उद्योगों को नवजीवन प्रदान करें। जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर विशेष पैकेज मिलना जरूरी है, जिससे नई इकाइयों को आकर्षित किया जा सके। चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष अरुण गोयल व एनपीएस सहोता ने कहा कि पंजाब व हरियाणा राज्यों की तर्ज पर हिमाचल की नई सरकार सख्त फैसले ले। जिस प्रकार पूर्व पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्रक यूनियनों को प्रतिबंधित कर दिया था उसी प्रकार नई सरकार भी प्रदेश में ट्रक यूनियनों को प्रथम कैबिनेट में प्रतिबंधित कर दें।
इसकी मांग हिमाचल प्रदेश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज पांवटा की तरफ से रखी गई है। ट्रक यूनियनें इस बात के लिए बाध्य न करें कि स्थानीय उद्योगों से उनकी तय मालभाढ़ा दरें व उनके ही ट्रकों से ही अपना माल भेजा जाए। प्रदेश में अंबुजा व एसीसी सीमेंट प्लांट बंद होने का कारण भारी मालभाड़ा ही रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग हिमाचल प्रदेश सरकार की ग्रोथ का बड़ा महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे में उद्योगों से ट्रक यूनियनों द्वारा जबरन वसूली करना किसी के हक में नहीं है। उन्होंने कहा कि उद्योगों का अधिकार है कि वह खुली मार्केट से ट्रक हायर करें, ताकि उद्योगों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि हर वर्ष पांवटा साहिब में उद्योगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उसमें एक बड़ा हिस्सा ट्रांसपोर्टेशन का भी है। बेहद अधिक रेट तय कर उद्योगों पर अतिरिक्त बोझ डाला जाता है जिसके कारण अधिकतर उद्योग कॉमर्स का प्रकार बंद होने की कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब में बड़ी इंडस्ट्रीज बंद हो गई उसका बड़ा कारण है कि यह बड़े उद्योग ट्रांसपोर्ट सिस्टम के बोझ को वहन नहीं कर पाई।
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