घोटालों की संख्या बढ़कर 3300 हुई
साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में सक्रिय वित्तीय घोटालों की संख्या 2020 के 2052 के आंकड़े Cryptocurrency का भविष्य से बढ़कर 3300 हो गई है। दुनिया की लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम और बिटकॉइन के मूल्य में वृद्धि के साथ इनमें निवेश करने वाले निवेशकों के साथ घोटाले होने की वारदातों में भी इजाफा हुआ है।
क्रिप्टो करेंसी क्या है पैसे कैसे कमाए | Crypto Currency Kya Hai
CryptoCurrency Kya Hai In Hindi: इंटरनेट के माध्यम से आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो आपने सुना ही होगा. पर क्या आप जानते हैं Cryptocurrency क्या है और काम कैसे करती है, क्रिप्टोकरेंसी का अबिष्कार कब हुआ, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे करें, क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए, क्रिप्टोकरेंसी के फायदे व नुकसान क्या हैं तथा भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या होगा.
अगर आपके मन में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इसी प्रकार के सवाल Cryptocurrency का भविष्य आते रहते हैं तो आज के इस लेख के द्वारा हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगे.
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसे हम छु नहीं सकते हैं, अपने पास नहीं रख सकते या फिर बैंक या तिजोरियों में छुपा नहीं सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को हम अपने डिजिटल Wallet में रख सकते हैं और ऑनलाइन Transaction के साथ – साथ क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग भी कर सकते हैं .
करेंसी क्या है (What is Currency in Hindi)
करेंसी एक ऐसी धन – प्रणाली होती है जिसे किसी देश के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है और उसकी कोई Value होती है. करेंसी को उस देश के लोगों द्वारा धन के रूप में प्रयोग किया जाता है, लोग करेंसी के इस्तेमाल से वस्तुएं खरीद सकते हैं.
Currency को हिंदी में मुद्रा कहा जाता है. आजकल लगभग सभी देशों के पास खुद की करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया है और अमेरिका की डॉलर इसी प्रकार अन्य देशों की भी अलग – अलग करेंसी होती है.
करेंसी को कागज़ या धातु के टुकड़ों (सिक्कों) पर प्रिंट किया जाता है. करेंसी भौतिक रूप में Cryptocurrency का भविष्य होती है, मतलब कि हम इसे छु सकते हैं, अपने पास रख सकते हैं. इसलिए करेंसी को फिजिकल करेंसी भी कहते हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी इससे बहुत अलग है.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है जो कंप्यूटर के अल्गोरिथम पर बनी होती है. यह Cryptocurrency का भविष्य एक डिजिटल asset है जिसके द्वारा ऑनलाइन चीजों की खरीददारी का काम कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक स्वतंत्र मुद्रा है, Decentralized होने के कारण इसका मालिक कोई नहीं है और न ही दुनिया के किसी भी देश के सरकार का अधिकार क्रिप्टोकरेंसी में है.
क्रिप्टोकरेंसी Peer to Peer इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के रूप में कार्य करती है जिसके द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से Service या Good को खरीदते हैं. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने के लिए किसी बैंक या सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है.
Digital Form में होने के कारण क्रिप्टोकरेंसी को छु नहीं सकते हैं और ना ही हम इसे भौतिक रूप में अपने पास रख सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा लोग ऑनलाइन खरीदकारी करने के साथ – साथ क्रिप्टो में ट्रेड करने का काम सकते हैं.
Cryptocurrency: युवा निवेशक क्रिप्टो में जमकर लगा रहे है पैसा
आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं।
आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं। जयपुर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट को लेकर होड़ सी मची है। यहीं कारण है वर्तमान में अब तक जयपुर में करीब एक लाख लोगों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है और यह आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बात अगर पूरे भारत की करें तो करीब 2 करोड़ लोग भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है। जयपुर के एक लाख लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में करीब 150 करोड़ का निवेश कर रखा है।
shiba inu cryptocurrency भविष्य निवेश के लिए अच्छा है
shiba inu cryptocurrency भविष्य क्रिप्टोक्यूरेंसी के उदय को रोक नहीं सकता है। क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार समाचार को अवशोषित करने में बेहतर हो रहा है। चूंकि अंतरिक्ष राजनीतिक और नियामक जांच के लिए एक बिजली की छड़ी बना हुआ है, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकुरेंसी, Bitcoin , अब पूरी तरह से प्रौद्योगिकी द्वारा परिभाषित नहीं की जा रही है, बल्कि इसकी कीमत है। मूल्य लाभ सभी आकारों और आकारों में आ रहे हैं, क्योंकि बढ़ती और गिरती कीमतें cryptocurrency के लिए खेल का एक अपेक्षित हिस्सा हैं |
एक उदाहरण के रूप Cryptocurrency का भविष्य में, आपके पास सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली प्रमुख क्रिप्टोक्यूरेंसी, Litecoin है, Cryptocurrency का भविष्य जो पिछले तीन महीनों में 50% से अधिक गिर गई है। यह बाजार पर Bitcoin के प्रभुत्व के चरम के दौरान था। हालांकि इन क्रिप्टोकरेंसी के मूल तत्व अभी भी शुरुआती पारी में हैं, कई लोगों ने नोट किया है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी ईटीएफ की कमी ने संस्थागत हित को किनारे पर रखा है। इसके अतिरिक्त, बिटकॉइन स्वयं एक खंडित बाजार बना हुआ है जो पारंपरिक वित्तीय संस्थानों के लिए उपयुक्त नहीं है।
भारत में नियमन के बाद कैसा होगा क्रिप्टो करेन्सी का सफ़र, जानिए ज्योतिष के अनुसार
क्रिप्टो करेन्सी यानी कि एक तरह की डिजिटल करेन्सी जिसका लेखा-जोखा डिजिटल रूप से क्रिप्टो बेचने वाली संस्था के पास होता है। यह करेन्सी भौतिक रूप में नहीं होती है। कई देशों ने इस पर लगाम लगा रखी है तो अधिकतर देशों ने इसे बैन किया है। भारत में भी इस पर संसद के शीत सत्र में चर्चा होने की सम्भावना है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, पश्चिमी देशों में इस करेन्सी के तेजी से Cryptocurrency का भविष्य बढ़ने के आसार कम हैं। वहाँ डॉलर का आधिपत्य बरकरार रहेगा। परन्तु, Cryptocurrency का भविष्य यूरोपीय देशों में यह तेज़ी से प्रगति कर सकता है, ख़ासकर अल-सल्वाडोर के आस-पास।
विश्वभर के विभिन्न देशों जैसे- तुर्की, अल्जीरिया, इराक, इरान, मिस्र, कोलंबिया और बोलिविया में सभी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी या तो बैन है, या फिर बहुत से देशों में इनके नियमन की व्यवस्था है। अल-सल्वाडोर के अतिरिक्त, कई देशों ने तो क्रिप्टो करेंसी को पूर्ण रूप से वैधायिक मान्यता भी दी है। अल-सल्वाडोर की राशि मेष होने के कारण यहाँ पर यह करेन्सी चलना स्वाभाविक है। परन्तु, कई देशों में इसका विपरीत प्रभाव भी दिखेगा। भारत में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन किए जाने की सम्भावना है। वित्तीय मामलों की संसदीय समिति ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए हुई चर्चा में पाबंदी लगाने के बजाय नियमन का प्रस्ताव रखा।
क्या है Terra LUNA: Hard Fork प्लान
Terra LUNA: Hard Fork प्लान Terra के स्टेबल कॉइन को LUNA से अलग कर देगा। एक हार्ड फॉर्क के तहत ब्लॉकचेन नेटवर्क पर मौजूद सभी ट्रांजेक्शन और इनवैलिड ब्लॉक्स को वैलिडेट किया जाता है।
Terra LUNA: Hard Fork प्लान के तहत पुरानी Terra ब्लॉकचेन को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। इनमें से पुरानी चेन Terra Classic के नाम से जानी जाएगी, जिसका टोकन Luna Classic या LUNC होगा। कंपनी का ऐल्गरिदमिक स्टेबल कॉइन TerraUSD इसी पर रखा जाएगा। नई चेन का नाम होगा Luna, जहां पर LUNA टोकन मौजूद होगा।
मगर Binance फाउंडर Changpeng Zhao का मानना है कि Terra Cryptocurrency का भविष्य नेटवर्क Hardfork इस ईकोसिस्टम को रिवाइव करने का अच्छा प्लान नहीं है। इन्होंने कहा कि फॉर्किंग नए फॉर्क को वैल्यू नहीं देती है। इससे ऐसी उम्मीद करना वास्तविकता पर नहीं आशाओं के आधार पर कामना करने जैसा है।
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