Multibagger Stocks : इस केमिकल कंपनी ने 3 साल में 1 लाख बना दिए 15 लाख, अब देगी स्टॉक स्प्लिट की सौगात

Vishnu Chemicals stock split : कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, 15 दिसंबर 2022 को हुई उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में 10 रुपये फेस वैल्यू वाले एक शेयर को 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 5 शेयरों में स्प्लिट को मंजूरी दे दी गई है। साथ ही स्टॉक स्प्लिट के लिए 13 जनवरी, 2023 की रिकॉर्ड डेट तय कर दी गई है

लगभग 1,800 करोड़ रुपये मार्केट वैल्यूएशन वाली विष्णु केमिकल्स एक स्मॉलकैप कंपनी है। कंपनी केमिकल बनाती है और तीन दशकों से स्टील, ग्लास, फार्मास्युटिकल, पिगमेंट्स और अन्य संबंधित सेक्टरों को सप्लाई कर रही है

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Vishnu Chemicals stock split : यह केमिकल स्टॉक (Chemical Stock) पिछले तीन साल से अपने शेयरहोल्डर्स को दमदार रिटर्न दे रहा है। अगर किसी ने इस शेयर में लगभग 3 साल पहले 1 लाख रुपये का निवेश किया होता तो आज उसकी रकम बढ़कर लगभग 15 लाख रुपये हो जाती है। हम यहां विष्णु केमिकल्स की बात कर रहे हैं। खास बात यह है कि यह स्मॉलकैप कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को स्टॉक स्प्लिट की सौगात देने जा रही है। कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, 15 दिसंबर 2022 को हुई उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में 10 रुपये फेस वैल्यू वाले एक शेयर को 2 रुपये फेस वैल्यू वाले 5 शेयरों में स्प्लिट को मंजूरी दे दी गई है।

क्या है रिकॉर्ड डेट

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साथ ही स्टॉक स्प्लिट के लिए 13 जनवरी, 2023 की रिकॉर्ड डेट तय कर दी गई है। इसके लिए शेयरहोल्डर्स से मंजूरी भी मिल गई है।

लगभग 1,800 करोड़ रुपये मार्केट वैल्यूएशन वाली विष्णु केमिकल्स एक स्मॉलकैप कंपनी है। कंपनी केमिकल बनाती है और तीन दशकों से स्टील, ग्लास, फार्मास्युटिकल, पिगमेंट्स और अन्य संबंधित सेक्टरों को सप्लाई कर रही है।

दो साल में दिया 800 फीसदी रिटर्न

शुक्रवार को Vishnu Chemicals के शेयर 1,520 रुपये पर बंद हुए थे। सोमवार, 19 दिसंबर को कंपनी के शेयर बीएसई पर शुरुआती कारोबार में लगभग 3 फीसदी मजबूती के साथ 1,565 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। शेयर पिछले तीन साल में लगभग 1,400 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। 20 दिसंबर, 2019 को शेयर लगभग 104 रुपये के स्तर पर था। इस प्रकार, तीन साल पहले यदि किसी ने इस शेयर में 1 लाख रुपये लगाए होते तो उसकी रकम बढ़कर 15 लाख रुपये हो जाती। वहीं बीते दो साल पहले शेयर 170 रुपये के आसपास था। इस प्रकार दो साल में लगभग 800 फीसदी रिटर्न दे चुका है। यानी दो साल पहले अगर किसी इनवेस्टर ने इसमें 1 लाख रुपये लगाए तो उसका पैसा बढ़कर 9 लाख रुपये हो जाता।

विष्णु केमिकल्स के शेयर ने 8 सितंबर, 2022 को 2,170 रुपये का अपना 52 हफ्ते का हाई और 22 दिसंबर, 2021 को 785 रुपये का 52 हफ्ते का लो छुआ था।

Tesla का स्टॉक सबसे कम पर, Musk ने मैक्रोइकॉनॉमिक को जिम्मेदार बताया

Elon Musk

इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयरों में लगभग 137 डॉलर की गिरावट आई है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है. एलन मस्क ने बुधवार को इसके लिए फिर से वैश्विक व्यापक आर्थिक स्थितियों को जिम्मेदार ठहराया. इस साल अप्रैल में मस्क द्वारा ट्विटर को खरीदे जाने के बाद से टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट आई है. तब से टेस्ला के शेयरों में 60 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, क्योंकि मस्क ट्विटर पर दैनिक मामलों के सूक्ष्म प्रबंधन में व्यस्त हैं.

टेस्ला के रॉस गेरबर ने ट्वीट किया: टेस्ला स्टॉक की कीमत अब कोई सीईओ नहीं होने के मूल्य को दर्शाती है. ग्रेट जॉब टेस्ला बीओडी- टाइम फॉर ए शेक अप टेस्ला. मस्क ने जवाब दिया, जैसा कि बैंक बचत खाते की ब्याज दरें गारंटीशुदा हैं, स्टॉक मार्केट रिटर्न की ओर बढ़ना शुरू कर देती हैं, जिसकी गारंटी नहीं है, लोग तेजी से अपने पैसे को स्टॉक से नकदी में ले जाएंगे, इस प्रकार शेयरों में गिरावट आएगी.

जैसा कि टेस्ला के शेयरों में भारी नुकसान हुआ है, एलन मस्क ने पिछले हफ्ते मौजूदा स्थिति के लिए फेडरल रिजर्व को दोषी ठहराते हुए कहा था कि उनकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी पहले से बेहतर कर रही है.

टेस्ला के गिरते शेयरों ने मस्क की कुल संपत्ति को प्रभावित किया है, जो 174 अरब डॉलर तक गिर गई, जिससे वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए. वहीं फ्रांसीसी फैशन और कॉस्मेटिक मैग्नेट बर्नार्ड अरनॉल्ट सबसे अमीर व्यक्ति की सूची में पहले स्थान पर पहुंच गए.

मस्क ने 2022 में अपनी नेटवर्थ में 100 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट देखी है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

स्टॉक मार्केट क्या है और इससे पैसे कैसे कमाए ?

NSE BSE

नमस्कार दोस्तों , मैं आज आपको बताने वाला हू कि Stock Market क्या है? बहुत से लोग Stock Market में Invest करना तो चाहते है लेकिन पूरी जानकारी न होने के कारण वो Invest नहीं कर पाते है। तो मैं आज आपको को Stock Market के बारे मैं बताने वाला जिससे आपको इन्वेस्ट करने में बहुत मदत होगी।

कई लोगो इन्वेस्ट करना तो चाहते है लेकिन पूरी जानकारी न होने के कारण उन्हें डर लगा रहता है की कही वो अपने लगाए हुए भी पैसे खो ना दे। स्टॉक मार्किट या शेयर मार्किट इसके बहुत से नाम है और अलग अलग लोगो द्वारा अलग नाम से जानते है। ‘SHARE‘ जो इंग्लिश भाषा है और इसका हिंदी मैं मतलब ‘हिस्सा’ होता है। स्टॉक मार्किट हिस्से के सिद्धांत पर काम करता है।

BSE (Bombay Stock Exchange) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। इसकी स्थापना 1875 में भारत के पहले स्टॉक एक्सचेंज के रूप मैं की गयी थी। भारत का दूसरा स्टॉक एक्सचेंज NSE (National Stock Exchange) है। इसकी स्थापना 1992 मैं भारत के पहले Demutualized इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में की गयी थी।

तो आइये जानते है की आखिर ये स्टॉक मार्किट क्या होता है ? और यह किस प्रकार से काम करता है। तो आज की हमारी पोस्ट स्टॉक मार्किट से जुडी सारी जानकारी देगी और हमारी कोशिश रहेगी की आपको पूरी जानकारी मिले और आप स्टॉक मार्किट नुकसान से बचे और आपका सिर्फ मुनाफा ही हो। तो चलिए जानते है की S क्या है ?

स्टॉक मार्केट क्या है? (what is stock market)

जैसे की मेने आपको अभी बताया की stock market या share market को अलग अलग नाम से जानते है और शेयर का सीधा अर्थ होता है “हिस्सा” स्टॉक मार्किट मैं किसी कंपनी के हिस्से को शेयर कहते है।

उदहारण के तौर पर मन लीजिये की एक कंपनी ने एक लाख शेयर जारी किये है। अब अगर कोई व्यक्ति उस कंपनी में जितने शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में उतने का मालिक हो जाता है। जैसे किसी व्यक्ति ने कंपनी में 1 लाख में से 40000 शेयर खरीद लिए तो उसका हिस्सा उस कंपनी मैं 40% हो जायेगा। और वो उस कंपनी मैं 40% हिस्से का मालिक हो जायेगा।

Stock किसी भी कंपनी मैं व्यक्ति की हिस्सेदारी को दिखता है। और वो व्यक्ति जब चाहे तब अपने शेयर किसी दूसरे को बेच सकता है या उससे कंपनी के और शेयर ख़रीदे के उस कंपनी का मालिक बन सकता है। या उस शेयर को रख के उस कंपनी मैं अपना नाम ऐड करा सकता है। और दूसरे कंपनी के शेयर भी खरीद सकता है।

कंपनी के शेयर या स्टॉक का मूल्य BSE मैं दर्ज होता है। सभी कम्पनियो के स्टॉक का मूल्य कंपनी की लाभदायक क्षमता के अनुसार कम या फिर जयादा होता रहता है। पुरे बाजार मैं नियन्तण बनाये रखने का काम भारतीय स्टॉक मार्केट के प्रकार प्रतिभूति एव विनिमय बोर्ड (SEBI) क्र द्वारा की जाता है। जब सेबी किसी कंपनी को अनुमति देती है तब ही कोई कंपनी अपना Initial Public Offering जारी कर सकती है बिना SEBI की अनुमति के कोई भी कंपनी IPO जारी नहीं कर सकती है।

स्टॉक मार्केट मैं कंपनी कब दिखती है ?

Stock market में listed होने या फिर दिखने के लिए कंपनी को exchange से लिखत रूप में कोई समझौते करने पड़ते है, उस समझोते के तहत कंपनी को अपनी हर गतिविधि की जानकारी बाजार को समय समय पर देनी पड़ती ,इन जानकारियों मैं ऐसी जानकारी भी होती है जिससे निवेशकों के हितो पर असर होता है।

कंपनी द्वारा दी गयी जानकारीयो के आधार पर कंपनी का मुख्यांकन किया जाता है और इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने पर उस कंपनी के शेयरयो की कीमतों में उतर-चढ़ावो आता रहता है अगर कोई भी कंपनी लिस्टिंग समझौते के नियमो का पालन नहींकरती और नियमो के उलंघन की दोषी पायी जाती है तो उसे एक्सचेंज से हटने करने की कारवाही SEBI द्वारा की जाएगी

इसके अलवा भी कंपनी को स्टॉक मार्किट मे दिखने के लिए कभी चीज़ो से गुजरना पड़ता है। जैसे की पिछले 3 साल का कंपनी का पूरा रिकॉर्ड ,कंपनी का मार्किट मैं 25 करोड़ से ऊपर हिस्सा, IPO के लिए आवेदक कंपनी की पूँजी कम से कम 10CR. और FPO के लिए Rs 3Cr. होनी चाइये। इन सब चीज़ो के अलवा भी कई चीज़ो पर ध्यान दिया जाता है जब कंपनी की listing की जाती है किसी कंपनी की listing होने के लिए उसके कड़े नियमो का पालन करना होता है।

शेयर कैसे ख़रीदे।

स्टॉक ख़रीदेने के लिए सबसे पहले आपको निर्माण लेना होगा की आप खुद stock खरीदना चाहेंगे या किसी ब्रोकर की सहायता लेंगे। उसकेबाद ही आगे बढ़ सकता है।

यदि आप ब्रोकर की सयहता लेते है तो सबसे पहले आपको आपना अन्कॉउंट खोलना होगा। जिसे Demat Account कहते है। ये अकाउंट ब्रोकर खोल देता है। ब्रोकर के जरिये स्टॉक मार्किट करने मैं कभी फायदा होता है। जैसे आपको स्टॉक मार्किट के बारे मैं अछि जानकारी मिल जाती है। ब्रोकर आपकी मदत और जानकारी आदि के लिए पैसे या स्टॉक मार्किट में मुनाफा का हिस्सा लेते है।

जब आप स्टॉक मार्किट में मुनाफा करते है तो वह पैसा आपके Demat अकाउंट में जाता है। और आपका Demart अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। जिसे आप अपना पैसे अपने बैंक अकाउंट मैं भेज सकते है। और फिर दोबारा इन्वेस्ट करने के लिए अपने बैंक अकॉउंट से Demat अकाउंट add कर सकते है।

आज कल तो बहुत सारी इन्वेस्टमेन्ट करने के लिए app आया गई है जैसे Grow, Upstocks आदि जैसे ऐप्प है आप Playstore से Download कर इन्वेस्ट कर सकते है।

Share Market: NIFTY 50, म्यूचुअल फंड, इक्विटी में करना है निवेश? जानें तरीके

Share Market: म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे क्या हैं ?

Share Market: NIFTY 50, म्यूचुअल फंड, इक्विटी में करना है निवेश? जानें तरीके

शेयर मार्केट (Share Market) का नाम लेते ही सबके मन में एक ही सवाल आता है क्या पैसे डूब तो नहीं जाएंगे ? मार्केट में निफ्टी (Nifty) की बात करें तो 52 हफ्तो में ये उच्चतम 18887.60 तक गया वहीं 52 हफ्तो में निफ्टी का सबसे कम स्तर 15183.40 का था. वहीं स्टॉक मार्केट के प्रकार 52 हफ्तों में सेंसेक्स (Sensex) 63583.07 के स्तर पर उच्चतम था और सबसे निचला स्तर 50921.22 पर रहा.

शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए होड़ लगी है. लेकिन मार्केट की जानकारी लिए बिना काफी लोग अपना नुकसान भी करा लेते हैं. तो चलिए समझते है कि क्या है शेयर मार्केट और इसमें कैसे इंवेस्ट करते हैं.

घबराइए मत हम आपको आसान भाषा में समझाएंगे कि आखिर ये निफ्टी 50, म्यूचुअल फंड, इक्विटी और लिक्विड फंड क्या है और इनके फायदे-नुकसान क्या स्टॉक मार्केट के प्रकार हैं?

निफ्टी 50

निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) पर लिस्टेड 50 प्रमुख कंपनी के शेयरों का सूचकांक (Index) है. NIFTY दो शब्द से बना है पहला नेशनल और दूसरा फिफ्टी. निफ्टी का मतलब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है और Fifty उन कंपनियों के समूह के बारे में बताता है जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड टॉप पचास शेयर हैं. यहां आप अपनी मन पसंदीदा कंपनी जैसे अडानी पोर्ट्स, बजाज ऑटो, एयरटेल, एचडीएफसी, एसबीआई, टाटा मोर्टस और विप्रो के शेयर खरीद सकते हैं. जितना बाजार अच्छा प्रदर्शन करेगा उसका पोर्टफोलियो उतना ही हरा नजर आएगा.

लिक्विड फंड (Liquid Fund)

लिक्विड फंड एक प्रकार का डेट फंड (Debt Fund) होता है. ये आपके पैसों को डेट और मनी मार्केट में जैसे कमर्शियल पेपर, कॉल मनी, सरकारी सिक्यॉरिटी, ट्रेजरी बिल में निवेश करता है. इस फंड में 91 दिनों की मैच्योरिटी पीरियड होती है. अब ये सवाल आता है कि लिक्विड फंड में निवेश करने से क्या फायदा होगा? तो लिक्विड फंड में इंवेस्ट करने से आपको अधिक लिक्विडिटी मिलती है, एग्जिट करने पर कोई फीस नहीं लगती, कम जोखिम और अधिक रिटर्न मिलता है.

लिक्विड फंड के फायदे (Benefit of Liquid Fund)

कम व्यय अनुपात (Low Expense Ratio)

नो लॉक-इन पीरियड (No Nock-in Period)

बेहतर रिटर्न (Good Return)

अत्यधिक तरल (इससे निवेशक के द्वारा लगाए गए पैसो में तेजी से बदलाव होता है. ये कम या ज्यादा हो सकता है.

कम जोखिम (Low Risk)

लिक्विड फंड के नुकसान (Disadvantages of Liquid Funds)

लिक्विडिटी रिस्क (इस निवेश में ये देखा जाता है कि निवेशक का निवेश बाजर के जोखिम के निर्भर होता है.)

स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स इन गलतियों को कभी नही करते, जानिए डिटेल्स

अधिकतर रिटेल निवेशकों का मानना है कि वे सस्ते शेयरों में निवेश करके अधिक कमाने की कोशिश करते हैं इसी सोच में वे पेनी स्टॉक्स पर दाव लगा देते हैं जो कि हर स्टॉक पेनी स्टॉक नहीं होता है ऐसे में उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है

इसलिए शेयर बाजार में निवेश करने से पूर्व कंपनी का चयन उसके टेक्निकल लाइन और फंडामेंटल पोजीशंस को देखना और समझना जरूर चाहिए वर्तमान पोजीशन देखें तो भारत का शेयर बाजार दिसंबर महीने में अपना रिकॉर्ड हाई बना चुका है

mistakes by stock market investors

लेकिन अब थोड़ी रफ्तार कम हुई है ऐसे में 1 दिसंबर को सेंसेक्स 63500 के पार एवं निफ्टी 18 887 के रिकॉर्ड हाई तक पहुंच गया था सेंसेक्स और निफ्टी की तेजी के बीच में निवेशकों ने बाजार से खूब कमाया है लेकिन औसतन देखा जाए तो रिटेल निवेशकों का पोर्टफोलियो नेगेटिव ही दिखाई दे रहा है

इतनी तेजी के बावजूद भी रिटेल निवेशक पैसा नहीं बना पाते यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करते हैं और इसमें आपको मुनाफा नहीं हो पा रहा है तो इसके पीछे यह कारण बहुत अधिक प्रभावी हो सकते हैं

1. स्टॉक मार्केट के प्रकार अधिकतर रिटेल निवेशक शेयर मार्केट को बहुत ही हल्के में मानते हैं वे जिस कंपनी के शेयर में निवेश करते हैं उस पर अपनी गाढ़ी कमाई दाब पर लगा देते हैं

उस कंपनी के टेक्निकल और फंडामेंटल पोजीशंस के बारे में जानकारी भी कटी नहीं कर पाते हैं और भी बहुत ही कमजोर शेयर्स को अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक मार्केट के प्रकार जमा कर लेते हैं ऐसे में उसे नुकसान में बेचना पड़ता है यह लोग किसी के कहने पर ही शेयर बाजार में पैसे लगाना शुरू करते हैं

2. अधिकतर रिटेल निवेशक बाजार में सस्ते शहरों से ही अपने निवेश की शुरुआत करते हैं सस्ते शेयर भी हैं जिनकी कीमत कम होती है उन्हें लगता है कि यह स्टॉक मार्केट के प्रकार सस्ते शेयर बहुत अधिक भाव बढ़ कर बहुत ही अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है

लेकिन यह सोच उनको नुकसान मिला देती है यह निवेशक सस्ते शहरों के चक्कर में आकर पेनी स्टॉक्स पर दांव लगाते हैं और अपनी जमा रकम का खासा नुकसान कर बैठते हैं ऐसे में बिना एक कंपनी की स्टडी किए शेयरों पर दांव लगाने पर उनको नुकसान होना निश्चित हो जाता है

3. शेयर बाजार का नियम है कि जिस तरह से प्रॉफिट बुक किया जाता है इसी प्रकार से लॉस बुक करना भी एक बड़ी कला होती है कभी-कभी अधिक फायदे के चक्कर में आकर भी प्रॉफिट को खो देते हैं चुकी शेयर बाजार अनिश्चितता ओं का मार्केट है

ऐसे में शेयर में तेजी आने के बाद यदि निवेशक प्रॉफिट बुक नहीं करते हैं ऐसे में मार्केट जो दोबारा गिर जाता है तो वह अपने मिलने वाले प्रॉफिट को खोकर और नुकसान में ही उन्हें शेयर बेचने पड़ते हैं

4. रिटेल निवेशकों को एक बड़ा नुकसान होने का कारण यह भी रहता है कि वे थोड़ी बहुत गिरावट में आकर घबराने लग जाते हैं जब मार्केट टीवी में होता है तो उसकी निवेश में बने रहते हैं लेकिन मार्केट हमेशा एक ही मूड में नहीं स्टॉक मार्केट के प्रकार स्टॉक मार्केट के प्रकार होता जब मार्केट टीवी में चलता है तो साथ ही वह करेक्शन भी देता है

और इसी करेक्शन में डरकर निवेशक भाग जाते हैं तो शेयर मार्केट की चाल स्टॉक मार्केट के प्रकार को समझना बहुत आवश्यक होता है यह जो इतनी आसान प्रक्रिया नहीं है जितना कि लोग इसके बारे में बताते हैं

अचानक डर कर भागने के कारण भी अधिकतर रिटेल निवेशक नुकसान कर बैठते हैं इसलिए शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह लेना जरूरी है

शेयर बाजार में निवेश से पूर्व भी है जान स्टॉक मार्केट के प्रकार स्टॉक मार्केट के प्रकार लेना आवश्यक है कि शेयर बाजार निवेश जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से मदद अवश्य लें

Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले

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