ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति भी पोजीशन ट्रेडिंग का एक हिस्सा है, और यह पोजीशन फॉरेक्स ट्रेडर्स को यह समझने के लिए मदद कर सकते हैं कि क्या वहां पर कोई नया प्रवृत्ति संकेत हैं। ब्रेकआउट तब होते हैं जब मूल्य समर्थन/प्रतिरोध के स्तर से से परे या बाहर स्थानांतरित होती है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग की जानकारी

जानिए फॉरेक्स ट्रेडिंग से कैसे बना सकते हैं पैसा

आजकल के इस अर्थ युग में हर कोई पैसे के लिए परेशान नजर आ रहा है। लोग ऐसे निवेश की तलाश में है, जहां रुपये का पेड़ लगाने पर मनचाहा रिटर्न मिले। ऐसे में अगर आप बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो हम आपको सबसे बढ़िया और सबसे अच्छा उपाय बता रहे हैं। इस उपाय के जरिए आप करोडों, अरबों में खेल सकते हैं। इस उपाय का नाम है फॉरेक्स ट्रेडिंग। जी हां फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए आप मनचाहा पैसा कमा सकते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग का नाम सुनकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह बहुत ही सरल है। एक बार आप इसे सीख गए, तो फिर समझो कि दुनिया की करेंसी जैसे डॉलर, यूरो आपकी मुट्ठी में होगी। तो फिर पहले समझते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में:-

फॉरेक्स ट्रेडिंग:-

फॉरेक्स ट्रेडिंग को ही फॉरेक्स करेंसी ट्रेडिंग कहते हैं। इसी को एफएक्स (FX) मार्केट भी कहते हैं। यह शेयर बाजार की तरह काम करता है। जैसे शेयर बाजार में लेन-देन होता है। वैसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग में भी होता है। अंतर इस बात का है कि शेयर बाजार में शेयर का लेन-देन होता है वहीं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अलग-अलग देशों की करेंसी का लेन-देन होता है। इसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। इसे आप भी कर बैठे इंटरनेट के जरिए कर सकते हैं। फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदला जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात याद रखना है एक्सचेंज रेट का। एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदलने की दर को एक्सेचेंज रेट कहते हैं। यानी आप यूरो से डॉलर में, डॉलर को यूरो में, रुपये को डॉलर में या किसी भी देश की करेंसी को किसी भी देश की करेंसी के साथ बदल सकते हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकारों को समझना

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फॉरेक्स या फॉरेक्स एक्सचेंज वह बाजार है जहां करेंसी का एक-दूसरे के साथ आदान-प्रदान किया जा सकता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग प्रमुख रूप से करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है और यह उन बाजारों में से एक है जहां सबसे भारी ट्रेड होता है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग में करेंसी जोड़े में ट्रेडिंग शामिल है।करेंसी के जोड़े तीन प्रकार के होते हैं माइनर, मेजर और एक्जियाटिक जोड़े। मेजर करेंसी जोड़े सबसे अधिक बार ट्रेड की जाने वाली करेंसी हैं, जबकि माइनर जोड़ों में अमेरिकी डॉलर शामिल नहीं होता है। एक्जियाटिक जोड़े वे हैं जिनमें एक करेंसी मेजर है और दूसरी किसी विकासशील अर्थव्यवस्था की करेंसी है।

ट्रेडिंग प्रकार के आधार पर फॉरेक्स ट्रेडिंग और ट्रेडर्स कई प्रकार के हैं। यहाँ गर फॉरेक्स ट्रेडिंग के कुछ प्रकार दिए गए हैं:

फॉरेक्स ट्रेडिंग के ये प्रकार लंबी-अवधि के होते हैं और महीनों के लिए स्थितियों को ले और होल्ड कर सकते हैं। पोजीशन ट्रेडिंग ट्रेड के मौलिक विश्लेषण पर निर्भर करती है। पोजीशन ट्रेडर अपने निर्णय का आधार फॉरेक्स चार्ट विश्लेषण और फॉरेक्स बाजार विश्लेषण को रखते हैं। वे मौलिक और तकनीकी विश्लेषण के संयोजन का उपयोग करते हैं।

विनिमय बाजार क्या है - विदेशी विनिमय बाजार के कार्य

विदेशी विनिमय बाजार एक विकेन्द्रीकृत वैश्विक बाजार है जहां सभी दुनिया की मुद्राओं का कारोबार होता है एक दूसरे, और व्यापारी मुद्राओं के मूल्य परिवर्तन से लाभ या हानि बनाते हैं। विदेशी मुद्रा बाजार को विदेशी मुद्रा बाजार, FX या मुद्रा ट्रेडिंग मार्केट के रूप में भी जाना जाता फॉरेक्स के बारे में है।

यह खंड अन्य वित्तीय बाजारों पर विदेशी मुद्रा बाजार के मुख्य लाभ बताता है। यहां आप यह पता लगा सकते हैं कि क्यों विदेशी मुद्रा बाजार व्यापारियों के लिए इतना आकर्षक है और विदेशी मुद्रा बाजार के सभी फायदों को सीखता है।

प्रमुख मुद्रा जोड़े

सबसे सक्रिय रूप से कारोबार मुद्रा जोड़े के समूह मेजर के रूप में माना जाता है. वे इसलिए, वे अत्यधिक तरल कर रहे हैं, विदेशी मुद्रा बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा शामिल है, और. प्रमुख मुद्रा जोड़े बाजार में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय मुद्रा जोड़े, शामिल हैं. समूह का प्रमुख हिस्सा आप एक ही बार मंख दो ऐसे अमेरिकी डॉलर (USD), यूरो (EUR), जापानी येन (JPY), भारतीय रुपया (INR), स्विस फ्रैंक (CHF) के रूप में सबसे अधिक तरल मुद्राओं की कहां मिल सकती जोड़े शामिल , कैनेडियन डॉलर (सीएडी), ऑस्ट्रेलियन डॉलर (AUD) और न्यूजीलैंड डॉलर (NZD).

माइनर मुद्रा जोड़े के समूह प्रमुख मुद्रा . की तुलना में अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय साधन भी शामिल है. अमेरिकी डॉलर और यूरो: यह बल्कि स्थानीय प्राथमिक तरलता दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्राओं द्वारा प्रदान की सब से पहले जो मूल्य की मुद्राओं से बना है.

एक्सोटिक करेंसी पेयर्स

ट्रेडिंग वॉल्यूम और उच्च फैलता अपेक्षाकृत कम की विशेषता है जो विदेशी मुद्रा जोड़े के समूह मुद्रा बाजार में उपलब्ध कम से कम लोकप्रिय साधन भी शामिल है. अमेरिकी डॉलर और यूरो: वे लगभग पूरी तरह से मुख्य रिजर्व मुद्राओं द्वारा प्रदान की जाती है, जो तरलता मुद्राओं से मिलकर..

विदेशी विनिमय बाजार में निवेशकों मुद्रा दर में उतार-चढ़ाव पर लाभ है। मजबूत दर (उद्धरण) बड़ा अपने लाभ को बदलता है या नुकसान है .

बुक्स ओन टेक्निकल इंडीकेटर्स

व्यापार के क्षेत्र में सफलता फॉरेक्स के बारे में तक पहुँचने के लिए विधेयक विलियम्स के मुताबिक, एक व्यापारी बाजार का सही और पूरे ढांचे को पता होना चाहिए. यह पांच आयामों में बाजार का विश्लेषण करने और खाते कुछ विदेशी मुद्रा इंडीकेटर्स में लेने के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है.

मुद्रा बाजार में व्यापार के विभिन्न बाजारों के फॉरेक्स के बारे में साथ तुलना में, न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से 100 गुना बड़ा है, और यह भी रूप में बांड बाजार और शेयरों के रूप में 3 बार बड़े बाजार संयुक्त। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार वाणिज्यिक कंपनियों, सेंट्रल बैंकों, बचाव धन, बैंकों, निवेशकों और खुदरा विदेशी मुद्रा दलालों के मिलकर बनता है। यह बाजार है जहां दुनिया भर से प्रतिभागियों की विभिन्न मुद्राओं पर अटकलें का अवसर है, है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार बेहद कुशल, हो के रूप में वे कर रहे हैं बहुत बड़े और तरल करने के लिए माना जाता है। मुद्रा बाजार, आभासी है, जिसका मतलब है कि वहाँ कोई केंद्रीय भौतिक स्थान कि विदेशी मुद्रा बाजार माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा लेनदेन हो बैंकों और दुनिया भर में दलालों की एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क में.

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:

हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।

इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।

वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।

सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :

यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।

  • फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह फॉरेक्स के बारे में सुनिश्चित कर लें की आपको मार्किट की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
  • यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
  • स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
  • प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
  • ट्रेडिंग से हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
  • ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।

Forex Trading को लेकर RBI से बड़ा अपडेट! 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के नामों की लिस्ट हुई जारी, इनपर न करें ट्रेड

रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है.

रिजर्व बैंक ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कराने वालों के बारे में लोगों को आगाह किया है. रिजर्व बैंक ने आज 34 ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट जारी की है जो बिना रिजर्व बैंक की मंजूरी के ट्रेडिंग करा रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कहा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म फॉरेक्स एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट या फिर इलेट्रॉनिक प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग से जुड़े नियमों के तहत रिजर्व बैंक के पास रजिस्टर्ड नहीं है. रिजर्व बैंक के मुताबिक ये लिस्ट अभी के हिसाब से और इसमें अगर शिकायतें आएंगी तो जांच के बाद लिस्ट की संख्या बढ़ भी सकती है. इसका मतलब ये भी नहीं है कि जिन प्लेटफॉर्म के नाम इस लिस्ट में नहीं हैं वो ऑथराइज्ड ही हैं. ऑथराइज्ड स्टेटस जांचने के लिए रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर मुहैया ऑथराइज्ड लोगों और ऑथराइज्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स की लिस्ट से मिलान किया जा सकता है.

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