शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी जानकारी
आगरा : शेयर बाजार में ट्रेडिंग एक तरह से व्यापार है और सही ज्ञान एवं सटीक प्लान के बिना कोई भी व्यक्ति व्यापार में सफल नहीं हो सकता। केवल कुछ किताबें शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी या वाट्सएप की जानकारी पढ़कर ट्रेडिंग में आ जाने से काम नहीं चल सकता। ये कहना था सेंट जोन्स कॉलेज और स्टॉकएड एकेडमी की ओर से आयोजित सेमिनार में
मुख्य वक्ता डॉ. वी यू विश्नोई का। शेयर बाजार एक नया नज़रिया विषय पर आयोजित हुए सेमिनार में 250 से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल हुए। सेमिनार का शुभारम्भ प्राचार्य प्रो. एसपी सिंह, डॉ. वी शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी यू विश्नोई, सीए ललित शाह, देवांश शिवहरे और ऋषि शर्मा ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रवज्जलन कर किया। डॉ. वीयू विश्नोई ने पर्सनल फाइनेंस और रिस्क मैनेजमेंट पर बोलते हुए कहा कि जीवन के विभिन्न चरणों में अपने निवेश की योजना बना कर वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है।
वक्ता सीए ललित शाह ने कहा कि शेयर बाजार एक ऐसा शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी मार्केट है जहां पर BSE या NSE भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों के शेयर ट्रेड (खरीदे और बेचे) जाते हैं। शेयर मार्किट के द्वारा एक आम निवेशक भी निफ़्टी या सेंसेक्स की टॉप कंपनियों में पैसा निवेश करके शेयर होल्डर बन सकता है। शाह ने टेक्निकल एनालिसिस, निफ्टी और बैंक निफ्टी की भी जानकारी विद्यार्थियों को दी।
स्टॉकएड एकेडमी के निदेशक देवांश शिवहरे ने कहा कि बढ़ते हुए बाजार का मतलब ये नहीं की आंख मूंदकर निवेश किया जाए। निवेश करने का सही समय तेजी या मंदी पर नहीं, अपितु कंपनी के डाटा विश्लेषण पर निर्भर करता है। उन्होंने शेयर बाजार में लोगों के बदलते दृष्टिकोण के बारे में बताया और उपस्थित छात्रों को शेयर बाजार में उभरते करियर के अवसरों के बारे में भी प्रेरित किया।
वक्ता ऋषि शर्मा ने कहा कि पहले विदेशी मल्टीनेशनल कंपनियां इंडियन कंपनियों का अधिग्रहण करती थीं। अब बदलते दौर में भारतीय कॉर्पोरेट कंपनियां विश्व की नामचीन कंपनियों का अधिग्रहण कर रही हैं। यही वजह है कि इस क्षेत्र से संबंधित प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ी है। उन्होंने निवेश के विभिन्न तरीको से कैसे बेहतर रिटर्न प्राप्त करे इस पर भी विस्तार से बताया। वक्ताओं ने शेयर बाजार, ट्रेडिंग इंडस्ट्री, फाइनेंशियल स्टेटस, फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विक्रांत शास्त्री, मनुकान्त शर्मा, प्रज्ञा तनेजा, बाइन रेमसे, मो. असद, अनस सिद्द्की, प्रीति सोनी आदि मौजूद रहे।
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है शेयर मार्केट की जानकारी, शेयर कैसे खरीदें हिंदी में विस्तार से शेयर मार्किट गाईड आसान भाषा में। जब भी हम किसी बाज़ार की कल्पना करते है तो हमारे दिमाग में किसी ऐसी जगह की इमेज बनती है जहाँ बहुत-सी दुकानें होंगी या कोई मॉल जहां जाकर आप खरीदारी कर सकते हैं मगर शेयर बाजार ऐसा बाजार नहीं है. शेयर बाजार में खरीदने और बेचने का काम पूरी तरह से कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से होता है. कोई भी शेयर खरीदने या बेचने वाला अपने ब्रोकर के द्वारा एक्सचेंज पर अपना आर्डर देता है और पलक झपकते ही पेंडिंग आर्डरों के अनुसार ऑटोमेटिकली सौदे का मिलान हो जाता है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार में काम के घंटों में ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए उनके द्वारा दिए गए आर्डर टर्मिनल में डाल देते हैं. इसके बदले में ब्रोकर को ब्रोकरेज या दलाली मिलती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी ओर अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market information in Hindi विस्तार से पढ़ें।
कैसे होता है शेयर बाजार में काम
हम कह सकते हैं कि मुख्यतः शेयर बाजार की तीन कड़ियाँ हैं स्टॉक एक्सचेंज, शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ब्रोकर और निवेशक. ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और केवल वे ही उस स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं. ग्राहक सीधे जाकर शेयर खरीद या बेच नहीं शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी सकते उन्हें केवल ब्रोकर के जरिए ही जाना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिये शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी कोई मोटी राशि कि जरुरत है, यहां पढिये शेयर बाजार में कम से कम कितने पैसे लगा सकते हैं।
शेयर बाजार क्या है – भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज
देश में मुख्यतः BSE यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं जिन पर शेयरों का कारोबार होता है. BSE और NSE दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं. अधिकतर कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में ट्रेड होते हैं इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है मगर यह भी हो सकता है कि कोई कंपनी इन दोनों में से किसी एक ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हों.
डीमैट अकाउंट है ज़रूरी
देश के मुख्यता सभी बड़े बैंक या उनकी सबसिडी कंपनियां और अन्य बड़ी वित्तीय कंपनियां इन एक्सचेंजों में ब्रोकर के तौर पर काम करती हैं. ग्राहक इन ब्रोकर कम्पनियों के पास जाकर अपने डीमैट अकाउंट की जानकारी देकर अपना खाता ब्रोकर के पास खुलवा सकता है. इस प्रकार ग्राहक का डीमैट एकाउंट ब्रोकर के अकाउंट से जुड़ जाता है और खरीदी अथवा बेची गई शेयर्स ग्राहक शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी के डीमैट अकाउंट से ट्रांसफर हो जाती हैं. इसी प्रकार ग्राहक अपना बैंक खाता भी ब्रोकर के खाते के साथ जोड़ सकता है जिससे खरीदे अथवा बेचे गए शेयरों की धनराशि ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाती है.
डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट
ग्राहक द्वारा खरीदे गए शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में उसके डीमैट एकाउंट में पड़े रहते हैं जब भी कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते में डिविडेंड की राशि पहुंच जाती है. इसी प्रकार यदि कंपनी बोनस शेयरों की घोषणा करती है तो बोनस शेयर भी शेयरहोल्डर के डीमैट अकाउंट में पहुंच जाते हैं. ग्राहक जब शेयर बेचता है तो उसी डीमैट अकाउंट से वह शेयर ट्रान्सफर हो जाता है.
शेयरों में कारोबार करने के लिए एक निवेशक के पास डीमैट अकाउंट, ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट और उससे जुडा एक बैंक खाता होना जरूरी है. कई बैंक इसके लिए थ्री इन वन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं. अधिकतर ब्रोकर हाउस आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करते हैं इसके अलावा आप फोन करके भी अपने ऑर्डर दे सकते है.
यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शेयर बाजार क्या है और शेयर बाजार कैसे काम करता है यह आपके लिए समझना बहुत आवश्यक है.
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