बैंक खातों को चार अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है Types Of Bank Accounts in Hindi. यहां हम आपको संक्षेप में इन सभी खातों के नियम, फीचर, फायदे और अन्य जानकारियां बता रहे हैं। साथ ही बतायेंगे कि किन लोगों के लिये कौन सा खाता खुलवाना उपयुक्त होगा। साथ ही बतायेंगे कि किस खाते पर ब्याज नहीं मिलता है, किस किस खाते पर ब्याज मिलता है और कितना। यहां पढ़ें बैंक डिपॉजिट पर ब्याज कैसे गिनते हैं।

बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi

3 Main Types of Accounts that can be Opened in a Bank

Mostly individuals open saving accounts for depositing their surplus money so that they are able to withdraw the cash in case of need. After opening the account a cheque book is issued to the customer for withdrawing the cash money or making payments of any type. It is a Demand deposit with the bank and therefore demand liability for the bank.

A saving account can be opened in single name as well as in joint names. In case of Joint accounts a mandate is required to be given to the bank as to who shall operate the account. Mostly this account joint account is opened by Either or Survivor.

Means any of two can operate the account and on the death of any joint account holder survivor can operate it. If joint account is in name चालू खाते के प्रकार क्या हैं of more than two ns are required by the bank as to who whether in single or joint authority shall operate the account.

Type # 2. Current Account:

This account is opened for conducting चालू खाते के प्रकार क्या हैं the transactions relating to business only. There is no bar on number of withdrawals. No interest is paid in such accounts rather bank charges certain fee for keeping and maintaining such accounts. Current accounts can be opened by Individuals, Jointly, by a sole propertor firm, Partnership firm, A Limited or Public company, a trust, a society local and Government bodies. This is also a Demand deposit account.

Fixed deposits are those accounts where people deposit surplus money for a fixed period or term and is also known as Term Deposit. Since deposits in these account are held for a longer time bank utilizes this money in future investments and loans and earn more profit. They also pay higher rate of interest in these accounts.

जानिए क्‍या होता है करेंट अकाउंट?

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करेंट अकाउंट बिजनेस चलाने वाले लोगों के लिए एक बैंक खाता होता है. यह रोजमर्रा के बिजनेस ट्रांजेक्‍शन करने की सहूलियत देता है.

2. करेंट अकाउंट में पड़े पैसे को किसी भी समय बैंक की शाखा या एटीएम से निकाला जा सकता है. इसमें किसी तरह की कोई बंदिश नहीं होती है. खाताधारक कितनी भी बार चाहें पैसे को निकाल जमा कर सकते हैं. यानी चालू खाते में आप अपनी मर्जी से दिन में जितने चाहें उतने लेनदेन कर सकते हैं.

3. इस खाते का इस्‍तेमाल इलेक्‍ट्रॉनिक ट्रांजेक्‍शन या चेक ट्रांजेक्‍शन के लिए होता है.

4. बिजनेस की जरूरत के अनुसार करेंट अकाउंट में जमा पैसा अक्‍सर फ्लक्‍चुएट (ऊपर-नीचे) हुआ करता है. लिहाजा, बैंक इस पैसे का इस्‍तेमाल नहीं करते हैं. कह सकते हैं कि बैंकों से मिलने वाली यह खास तरह की सुविधा होती है.

बैंक में करंट अकाउंट कैसे खुलवाएं व आवश्यक दस्तावेज सूची (How to open a Current Account in the bank and the necessary documents list)

पैन कार्ड, अपना निवास पते का प्रूफ, भागीदारी समूह के खाते के लिए पार्टनरशिप डीड, कम्पनीज के लिए अपने उद्यम का प्रमाण पत्र, चेक बुक चालू खाते के प्रकार क्या हैं आदि जरुरी दस्तावेज हैं.

  1. खाता खुलवाने के लिए आपकों निर्धारित प्रपत्र अथवा उनकी फोटोकॉपी में मांगी गयी सम्पूर्ण डिटेल्स भरकर इसे बैंक की शाखा में जमा करवाना होगा.
  2. अपने खाते के प्रकार में करंट अकाउंट को चुने तथा आवश्यक फील्ड्स को पूर्ण करे.
  3. यदि आप फॉर्म भरते वक्त किसी तरह की परेशानी का सामना करते है तो बैंक कर्मचारी की मदद भी ले सकते हैं.
  4. इसके चालू खाते के प्रकार क्या हैं अतिरिक्त आप बैंकर्स अथवा ईमित्र पर भी बैंक का अकाउंट फॉर्म भर सकते हैं, जिसकी हार्ड कॉपी आपकों बैंक में जाकर अपने डोक्युमेंट व हस्ताक्षर के साथ जमा करवानी होगी.

चालू खाता होने के फायदे (Advantages of Current Bank Account)

कोई व्यक्ति क्यों करंट अकाउंट खुलवाएं इसके क्या फायदे अर्थात लाभ हैं इन्हें हम कुछ बिन्दुओं के जरिये समझने का प्रयास करते हैं.

  1. बैंक चालू खाता धारक ग्राहक को अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए भुगतान को मैनेज करने की सुविधा देता हैं.
  2. इस खाते से असीमित और अनियमित रूप से जमा रकम को निकालने की अनुमति होती हैं.
  3. करंट अकाउंट में धन जमा कराने की कोई लिमिट भी नहीं हैं अल्प शुल्क के साथ जितनी बार चाहे उतनी बार ग्राहक पैसे खाते में जमा करवा सकते हैं. साथ ही होम ब्रांच की बाध्यता भी नहीं हैं, किसी ब्रांच या माध्यम के जरिये धन जमा किया जा सकता हैं.
  4. ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार लेनदारों को चेक, पे आर्डर अथवा डिमांड ड्राफ्ट के जरिये धन का भुगतान कर सकता हैं.
  5. बैंक चालू खाता धारक को ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी देता हैं.
  6. भले ही चालू खाते में ब्याज दर न्यूनतम हो परन्तु लेन देन की सुविधा की दृष्टि से यह उत्तम खाता हैं.
  7. करंट खाते से फ्री इन्वार्ड रेमिटेंस की सुविधा भी मिलती हैं अर्थात किसी भी जगह से धन की निकासी और जमा किया जा सकता हैं.
  8. टैक्स सीमा के तहत कितनी भी बड़ी राशि को खाते से निकाला जा सकता हैं.
  9. उद्यमी वर्ग की नियमित आवश्यकताओं, व्यापार उत्थान में करंट अकाउंट बेहद मददगार हैं.
  10. इन्टरनेट बैंकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग का लाभ भी करंट अकाउंट में मिलता हैं.

चालू खाता के नुकसान (Disadvantages of Current Bank Account)

अगर करंट अकाउंट के कुछ नुकसानों की बात करें तो ये निम्नवत हैं.

  1. सेविंग या एफडी की तुलना में Current bank Account में जमा राशि पर बेहद अल्प ब्याज मिलता हैं इससे उद्यमी अतिरिक्त लाभ से वंचित हो जाता हैं.
  2. निरंतर निकासी और जमा की प्रक्रियाओं के शुल्क का भार ग्राहक पर पड़ता हैं इससे अतिरिक्त शुल्क अदा करने पड़ते हैं.
  3. कागज़ी कार्यवाही और प्रिंट वर्क के चलते बहुत सारा समय भी व्यय हो जाता हैं.
  4. व्यावसायिक लेन देनो पर बैंक को शुल्क अदा करना पड़ता हैं.
  5. भले ही चालू खाते में पैसे जमा कराने की कोई सीमा निर्धारित नहीं हैं मगर इसकी निकासी को लेकर बंधन हैं.

Benifits of Saving Account बचत खाता रखने के लाभ

बैंक बचत के लिए ब्याज का भुगतान करते हैं। बचत खाता धारक जब चालू खाते के प्रकार क्या हैं आवश्यक हो अपने पैसे निकलवा सकता है।
Saving Account पर ब्याज दर भारत में प्रति वर्ष 4% से 6% के बीच है। बचत खाते में कितनी बार पैसे जमा करना है और कितनी राशि जमा करनी है इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन निकासी की संख्या पर कुछ प्रतिबंध हो सकते हैं। कुछ बैंक बचत खाते को चलाने के लिये न्यूनतम राशि बनाए रखने की सलाह देते हैं।

जनधन खाते भी कम सुविधा वाले बचत खाते ही हैं।

Recurring Deposit Account आवर्ती जमा खाता

आवर्ती जमा खाता या RD Account उन लोगों द्वारा खोला जाता है जो नियमित अवधि के लिए नियमित रूप से कुछ निश्चित राशि बचाना चाहते हैं और उच्च ब्याज दर अर्जित करना चाहते हैं। आरडी खाते में एक निश्चित अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित राशि जमा की जाती है और खातेदार को एक विशेष राशि निश्चित चालू खाते के प्रकार क्या हैं अवधि के अंत में ब्याज के साथ मिल जाती है। आवर्ती जमा खाते में आम तौर पर बचत खाये से आधिक मगर फिक्स्ड खाते से कम ब्याज मिलता है। यहां पोस्ट अॉफिस आरडी खाते के बारे में विस्तार से पढ़ें।

आवर्ती जमा खाते में जमा की अवधि न्यूनतम छह महीने और अधिकतम दस वर्ष हो सकती है। ब्याज दरें अलग-अलग योजनाओं के लिए अलग-अलग होती हैं, जो जमा राशि, खाते की अवधि और बैंकों पर निर्भर होती है। आरडी खाते से निकासी की अनुमति नहीं होती है। हालांकि, बैंक परिपक्वता अवधि से पहले खाता बंद करने की अनुमति दे सकता है।

Fixed Deposit सावधि जमा खाता

सावधि जमा खाते जिसे एफडी भी कहा जाता है में बैंक में निर्धारित अवधि के लिए एक विशेष राशि जमा की जाती है। इस खाते में जमा धनराशि को खाते की अवधि समाप्त होने से पहले वापस नहीं लिया जा सकता है।

हालांकि आवश्यकता पड़ने पर जमाकर्ता अपनी फिक्स्ड डिपोजिट रसीद बैंक में वापिस दे कर समय से पहले सावधि जमा बंद करने के लिए कह सकता है। खातेदार को इसके लिये कुछ जुर्माना राशि बैंकों को देनी पड़ सकती है।

जितने भी बैंक खातों के प्रकार हैं उनमें से सावधि जमा पर सबसे उच्च ब्याज दर का भुगतान किया जाता है। Fixed Deposit के लिए भुगतान ब्याज की दर राशि, अवधि और अलग अलग बैंक में अलग-अलग होती है।

यदि अपको डिसाईड करने में कठिनाई हो रही है कि रिकरिंग डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट में से क्या चुनें तो हमारा लेख जरुर पढ़ें।

बैंक खातों के प्रकार Types Of Bank Accounts in Hindi पढ़ कर उनका महत्व अौर लाभ आपको समाझ आ गये होंगे अोर यह भी पता चल गया होगा कि कौन सा बैंक खाता किसके लिये उपयुक्त है।

सेविंग्स अकाउंट से कैसे अलग होता है करंट अकाउंट, समझें अंतर

difference between savings and current account

सेविंग्स अकाउंट से कैसे अलग होता है करंट अकाउंट, समझें अंतर

सेविंग्स बैंक अकाउंट सैलरी पाने वाले इंप्लॉई या मंथली इनकम कमाने वालों के लिए या फिर बचत के लिए खाता खुलवाने के उद्देश्य से है। सेविंग्स अकाउंट नाबालिग के नाम पर भी खुलवाया जा सकता है। लेकिन करंट अकाउंट बिजनेस करने वालों यानी कारोबारियों के लिए है। इसे स्टार्टअप, पार्टनरशिप फर्म, LLP, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी आदि भी खुलवा सकते हैं।

​सेविंग्स अकाउंट से लिमिटेड ट्रांजेक्शन

किसी भी बैंक में सेविंग्स अकाउंट एक डिपॉजिट अकाउंट होता है। खाताधारक को सेविंग्स अकाउंट से लिमिटेड ट्रांजेक्शन की अनुमति रहती है। वहीं करंट बैंक अकाउंट डेली ट्रांजेक्शन के लिए होता है। साथ ही सेविंग्स अकाउंट पर कस्टमर्स को ब्याज मिलता है लेकिन कंरट अकाउंट पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।

​मिनिमम और मैक्सिमम बैलेंस पर क्या है नियम

सेविंग्स अकाउंट की तरह ही करंट अकाउंट में भी मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य होता है। लेकिन करंट अकाउंट का मिनिमम बैलेंस, सेविंग्स अकाउंट की तुलना में थोड़ा ज्यादा रहता है। वहीं करंट अकाउंट में बैलेंस रखने की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है, लेकिन सेविंग्स अकाउंट में यह लिमिट होती है।

​टैक्स को लेकर प्रावधान

टैक्स की बात करें तो सेविंग्स अकाउंट में जमा पर ब्याज मिलता है और ग्राहक को होने वाली ब्याज आय टैक्स (Income Tax) के दायरे में आती है। सेविंग्स अकाउंट से साल में ब्याज आय अगर 10000 रुपये तक है तो ब्याज नहीं लगता है। सीनियर सिटीजन के लिए यह लिमिट 50000 रुपये तक है। लेकिन करंट अकाउंट पर ब्याज नहीं मिलता है, इसलिए टैक्स का झंझट नहीं है।

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