नेशनल पेंशन स्कीम (NPS)
सरकारी कर्मचारियों के लिए 2004 में नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) शुरू किया गया था। इसे 2009 में सभी कैटगरी के लोगों के लिए खोल दिया गया। अब कोई भी व्यक्ति अपने कामकाजी जीवन के दौरान पेंशन खाते में नियमित रूप से योगदान दे सकता है। इकठ्ठा हुई धन राशि के एक हिस्से को वह एक बार में निकाल भी सकता है और बची हुई राशि का इस्तेमाल रिटायरमेंट के बाद नियमित आय प्राप्त करने के लिए कर सकता है। व्यक्ति के निवेश और उस पर मिलने वाले रिटर्न से NPS खाता बढ़ता है।

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Income Tax Calculator

Important: The online income tax calculator allows you to quickly do basic calculation and know your tentative tax liability. It might not give exact calculation based on all of your income details and circumstances. It's suggested to get exact calculation after taking into account all applicable provisions of Income Tax Act / Rules.

इनकम टैक्स कैलकुलेटर (Income Tax Calculator) एक ऑनलाइन टूल या तरीका है, जिसके जरिए कोई भी करदाता किसी वित्त वर्ष के लिए अपनी टैक्स गणना का अनुमान लगा सकता है। हर साल बजट में केंद्र सरकार आयकर IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? के स्लैब अथवा टैक्स की दर का एलान करती है। इसी के हिसाब से आप इस कैलकुलेटर का इस्तेमाल करते हुए अपना टैक्स पता कर सकते है, जो आपकी आय पर देय होगा। इसके जरिए आयकर रिटर्न को भी आसानी से भरा जा सकता है।

कैसे कर सकते हैं इनकम टैक्स कैलकुलेटर (Online Income Tax Calculator) का इस्तेमाल?

इनकम टैक्स कैलकुलेटर को इन तरीकों से उपयोग कर सकते हैं:

सबसे पहले वो वित्त वर्ष चुने जिसके लिए आप अपने आयकर की गणना करना चाहते हैं। इसके बाद अपनी उम्र बताएं। आयकर की गणना में उम्र का बहुत बड़ा महत्व होता है। इसके बाद अपनी कर योग्य आय को सबमिट करें। कर योग्य आय में आपको एचआरए, एलटीए और स्टैंडर्ड डिडक्शन को माइनस करना होगा। कर योग्य आय में आपको ब्याज से होने वाली IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? आय, किराये से होने वाली आय, होम लोन पर ब्याज और खुद की प्रॉपर्टी पर लिए गए लोन के ब्याज का भुगतान करना होगा। फिर अब आपको आयकर की धारा 80सी, 80डी, 80जी, 80ई और 80टीटीए के तहत किए गए निवेश के बारे में जानकारी देनी होगी। अब आपको इसके बाद अपनी कर की देनदारी को कैलकुलेट करना होगा।

कैसे करें आयकर (Income Tax) की गणना?

वेतन से होने वाली आय में बेसिक वेतन+एचआरए+स्पेशल भत्ता+परिवहन भत्ता+अन्य भत्ते शामिल होते हैं। वेतन में मिलने वाले कुछ भत्ते आयकर में शामिल नहीं होते हैं, जैसे कि टेलीफोन का बिल, एलटीए आदि। अगर आप एचआरए लेते हैं और किराये पर रहते हैं, तो IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? फिर एचआरए में छूट पा सकते हैं। इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन के तौर पर 50 हजार रुपये की छूट मिलेगी।

एक वित्त वर्ष में हुईं सभी तरह की आय को शामिल करें, जिसमें वेतन, घर से होने वाली आय (किराया और होम लोन पर ब्याज), कैपिटल गेंस (शेयरों के खरीद-फरोख्त से होने वाली आय), व्यापार या प्रोफेशन से होने वाली आय बचत खाता, फिक्सड डिपॉजिट और बॉन्ड से होने वाली ब्याज आय।

कैसे होगी एचआरए की गणना?

हमें पहले यह समझना होगा कि मकान किराया भत्ते पर इनकम टैक्स छूट पाने के हकदार कौन लोग हैं। इसके लिए सबसे ज़रूरी बात यह है कि आपको तनख्वाह में मकान किराया भत्ता मिलता है और जिस मकान का किराया आप अदा करने का दावा कर रहे हैं, वह आप ही के नाम नहीं होनी चाहिए। आयकर कानून की धारा 10(13ए) के तहत किसी भी वेतनभोगी को उसके मूल वेतन का 50 फीसदी, एचआरए के मद में मिलने वाली रकम या चुकाए गए वास्तविक किराये में से मूल वेतन का 10 फीसदी घटाने पर बची तीन रकमों में से सबसे कम रकम पर आयकर से छूट मिलती है।

यदि किसी व्यक्ति को 25,000 रुपये मूल वेतन के रूप में प्राप्त होते हैं। इसमें से 12,500 रुपये एचआरए IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? के मद में और वह 12,500 रुपये ही वास्तव में किराया देता है, तो उसे 10,000 रुपये पर ही छूट मिल पाएगी। IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? दरअसल, चुकाए गए किराये की रकम (12,500) में से मूल वेतन का 10 फीसदी (2,500) घटाने पर यही रकम बचती है।

Tax On Mutual Funds: म्यूचुअल फंड्स से हुई कमाई पर कैसे लगता है टैक्स, जानिए क्या कहते हैं आयकर के नियम?

Tax On Mutual Funds: म्यूचुअल फंड्स से हुई कमाई पर कैसे लगता है टैक्स, जानिए क्या कहते हैं आयकर के नियम?

म्यूचुअल फंड में निवेश पर दो तरीके से रिटर्न मिलता है- डिविडेंड्स और कैपिटल गेन.

Mutual Fund IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? Tax Implication: निवेश की बात की जाए तो म्यूचुअल फंड बेहतर विकल्प बनकर सामने आता है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह न सिर्फ वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार साबित होता है बल्कि टैक्स-एफिशिएंट इंस्ट्रूमेंट्स भी साबित होता है. फिक्स्ड डिपॉजिट्स भी निवेश के लिए अधिकतर लोगों का पसंदीदा विकल्प है लेकिन इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आप सबसे अधिक दरों वाले टैक्स ब्रेकेट में आते हैं तो एफडी पर मिलने वाला ब्याज आपकी आय में जब जुड़ती है तो सबसे अधिक दर से इस पर टैक्स चुकाना होता है.

PPF withdrawal rules: पीपीएफ अकाउंट से कैसे निकाल सकते हैं पैसा, यहां जानिए पूरी प्रोसेस

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डिक्लरेशन सेक्शन
फॉर्म का पहला हिस्सा डिक्लरेशन फॉर्म होता है। इसमें आपको अपना पीपीएफ अकाउंट नंबर देना होता है। साथ ही निकाले जाने वाली राशि भरनी होती है। साथ ही यह जानकारी भी देनी होती है कि आपका अकाउंट कितना साल से एक्टिव है। अगर आप माइनर को पीपीएफ अकाउंट से पैसा निकाल रहे हैं तो फॉर्म में उसका नाम भी देना होगा।

ऑफिस यूज सेक्शन
फॉर्म का दूसरा हिस्सा ऑफिशियल यूज के लिए होता है। इसमें पीपीएफ अकाउंट खोलने की तारीख, पीपीएफ अकाउंट में कुल राशि, पिछले विदड्रॉल की डेट, पीपीएफ स्कीम के मुताबिक विदड्रॉल के लिए उपलब्ध राशि, विदड्रॉल के लिए मंजूर राशि और इंचार्ज के हस्ताक्षर और तारीख होती है।

NPS news: अब केवल तीन दिन में निकाल सकते हैं एनपीएस का पैसा, यहां जानिए पूरी प्रोसेस

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  • NPS को बेहतर बनाने के लिए PFRDA ने कई कदम उठाए
  • निकासी की समयसीमा को टी+4 से घटाकर टी+2 कर दिया है
  • यानी अब तीन दिन में ही एनपीएस से पैसा निकाल सकते हैं
  • अभी इस पूरी प्रोसेस में पांच दिन का समय लगता है

Old Pension Scheme : राज्यों की वित्तीय हालत पर पुरानी पेंशन स्कीम से कितना पड़ेगा असर? कैग लगा रहा इसका पता
क्या होगा फायदा

पीएफआरडीए ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में पेंशन रेगुलेटर से जुड़ी कई इंटरमीडिएटरीज जैसे सेंट्रल रेकॉर्डकीपिंग एजेंसीज (CRAs), पेंशन फंड्स (PFs) और कस्टोडियन ने अपनी व्यवस्थाओं में सुधार किया है। सब्सक्राइबर्स को बेहतर अनुभव देने के लिए विभिन्न ट्रांजैक्शंस की समयसीमा घटाई गई है।

ATM Cash Withdrawal को लेकर नए बदलाव, पैसे निकालने पर देखें कितना देना होगा चार्ज और टैक्स, जाने कितना ट्रांजैक्शन होगा फ्री

ATM Cash Withdrawal Charges: देशभर के सभी बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंक ने एटीएम से कैश विड्रॉल को लेकर बदलाव किये है. यह शुल्क 20 से 22 रुपये देना होगा.

ATM Cash Withdrawal Changes: अब एटीएम (ATM) से पैसा निकालना और महंगा IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? हो गया है. पैसा निकालने की फ्री सीमा के बाद निकाले जाने IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? वाले पैसे के हर लेनदेन के लिए आपको पहले से अधिक कीमत चुकानी होगी. देशभर के सभी बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंक ने एटीएम से कैश विड्रॉल को लेकर बदलाव किये है. यह शुल्क 20 से IC Markets से पैसे निकालने में कितना समय लगता है? 22 रुपये है. अलग-अलग बैंकों ने अलग-अलग नियम और चार्ज लगा दिए है.

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