किसी कमोडिटी को एक्सचेंज के माध्यम से खरीदने व बेचने के काम को कमोडिटी ट्रेडिंग कहते हैं | कमोडिटी ट्रेडिंग सामान्य ट्रेडिंग की तरह नही होती है , यहा पर की जाने वाली ट्रेडिंग भविष्य के लिए की जाती है | ट्रेड का दिन आने पर ट्रेडर ,ट्रेड काट सकता है या फिर वह चाहे तो उसकी डिलीवरी भी ले सकता है | कमोडिटी बाजार के माध्यम से एग्री प्रोडक्ट्स ( जैसे – गेहूं , ऑयल , कपास , सोयाबीन ) व नॉन-एग्री प्रोडक्ट्स ( बेस मेटल , सोना-चाँदी ) आदि का कारोबार करते है |

SEBI का बड़ा फैसला, गेहूं, चना, सरसों समेत 7 कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक लगाई

By: ABP Live | Updated at : 20 Dec 2021 02:20 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

SEBI Order: बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने एक साल के लिए सात कमोडिटीज की फ्यूचर ट्रेडिंग (Future Trading) पर रोक लगा दी है. सेबी ने सोमवार को शेयर बाजारों को अगले आदेश तक गेहूं, कच्चे पाम तेल, मूंग और कुछ दूसरी कमोडिटी में नए डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है. ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है और अगले एक साल के लिए जारी रहेगा.

जानें सभी कमोडिटी के बारे में
धान (गैर-बासमती), गेहूं, सोयाबीन, कच्चे पाम तेल और मूंग के लिए नए कॉन्ट्रेक्ट की शुरूआत पर सेबी ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है. इस लिस्ट में चना, और सरसों के बीज और इसके डेरिवेटिव भी शामिल हैं. इन कमोडिटी में डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट को इस साल की शुरुआत में निलंबित कर दिया गया था. पहले से चल रहे कॉन्ट्रेक्ट के संबंध में कोई भी नया सौदा करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी और केवल सौदे को पूरा करने की अनुमति होगी.

Equity Market क्या है?

आमतौर पर हम, जिसे शेयर बाजार के रूप में संदर्भित करते हैं वह Equity Market ही है, इस बाजार सभी प्रकार की कंपनियों के शेयरों दूसरे शब्दों में कंपनियों की हिस्सेदारी को खरीदा या बेचा जाता है। किसी कंपनी के शेयर खरीदने पर निवेशक, खरीदे गए शेयरों की मात्रा के अनुसार उस कंपनी में मालिकाना अधिकार प्राप्त कर लेता है।

इक्विटी मार्केट में निवेशक छोटी अवधि के दौरान आने वाले उतार-चड़ाव के उलट एक लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर केंद्रित रहता है। कोई इक्विटी धारक, निवेश की गई कंपनी के मालिक की तरह होता है, जिसके पास वोटिंग अधिकार, कंपनी के मुनाफे में हिस्सेदारी जैसे प्रिविलेज होते हैं।

Commodity Market क्या है?

जैसा कि, इसके नाम से पता चलता है Commodity Market ऐसा फाइनेंशियल मार्केट है, जहाँ विभिन्न प्रकार के उत्पादों, जिन्हें कमोडिटीज़ कहा जाता है की खरीद-बिक्री की जाती है। कमोडिटीज सामान्यतः कच्चा माल अथवा प्राथमिक उत्पाद जैसे गेहूँ, कॉफी, सोना, चाँदी, क्रूड ऑइल आदि होती हैं, जिनका दुनियाँ भर के बाजारों में कारोबार किया जा सकता है।

कमोडिटी मार्केट में अधिकांशतः वस्तुओं के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेड किये जाते हैं, उदाहरण के लिए यदि आप एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं, तो आप निर्धारित कीमत पर कुछ ऐसा खरीदने के लिए सहमत हो रहे हैं, जो एक विक्रेता ने अभी तक उत्पादित नहीं किया है। यह कॉन्ट्रैक्ट एक किसान तथा किसी कंपनी के मध्य हो सकता है, जिसमें एक निर्धारित कीमत पर किसान की फसल को फ्यूचर में खरीदने की शर्त हो।

हालाँकि कॉन्ट्रैक्ट में उल्लिखित शर्तों के अनुसार यह ट्रेड दो अलग-अलग तरीके का हो सकता है, जिनमें कैश सेटलमेंट तथा फिजिकल डिलीवरी शामिल हैं। कैश सेटलमेंट अर्थात किसी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति में उत्पाद की वर्तमान कीमत तथा पूर्व-निर्धारित कीमत के बीच के अंतर का आदान-प्रदान हो जाता है, वहीं फिजिकल डिलीवरी में इसके नाम के अनुरूप उत्पाद की वास्तविक डिलीवरी होती है।

Equity Market Vs Commodity Market

आइए अब इन दोनों प्रकार के बाजारों के मध्य कुछ महत्वपूर्ण अंतरों को समझते हैं

ParameterEquity MarketCommodity Market
ट्रेड की जाने वाली वस्तु की प्रकृतिकिसी कंपनी की हिस्सेदारी, जो उस कंपनी में मालिकाना हक देती हैविभिन्न प्रकार की वस्तुओं, जिनका इस्तेमाल उपभोग करने या द्वितीयक उत्पाद बनाने में किया जाता है, के कॉन्ट्रैक्ट
निवेशकइक्विटी मार्केट में निवेशक को शेयरधारक कहा जाता हैकमोडिटी मार्केट में निवेशक को ऑप्शन होल्डर कहा जाता है
निवेश का मुख्य उद्देश्यकिसी शेयर में निवेश करके मुनाफ़ा कमाना इक्विटी मार्केट निवेशक का मुख्य उद्देश्य होता हैकमोडिटी मार्केट में निवेश का प्राथमिक उद्देश्य भविष्य में किसी वस्तु की कीमतों में आने वाले उतार-चड़ाव से बचना होता है
ट्रेड होने वाली वस्तुओं का वर्गीकरणइक्विटी मार्केट में ट्रेड होने वाले शेयर कंपनी की मार्केट कैप के अनुसार स्मॉल, मिड तथा लार्ज में विभाजित किये जाते हैंकमोडिटी मार्केट में कमोडिटीज को मुख्यतः बहुमूल्य, एनर्जी, धातुएं तथा कृषि उत्पादों में बाँटा जाता है
ट्रेडिंग वॉल्यूमइक्विटी मार्केट में किसी कंपनी के शेयरों को मनचाही मात्रा में खरीदा जा सकता हैकिसी कमोडिटी को केवल निर्धारित लॉट में ही खरीदा जा सकता है
ट्रेडिंग एक्सचेंजइक्विटी ट्रेडिंग NSE, BSE में की जाती हैकमोडिटी ट्रेडिंग MCX, ACE, NCDEX जैसे एक्सचेंज में की जाती है
ट्रेडिंग का समय सुबह 9:15 से दोपहर 3:30 बजे तकसुबह 9:30 से शाम 6:30 बजे तक
बाज़ार पर वैश्विक प्रभावचूँकि कोई शेयर किसी कंपनी के प्रदर्शन पर अधिक निर्भर करता है अतः इक्विटी मार्केट में वैश्विक मुद्दों का प्रभाव कमोडिटी की तुलना में कम पड़ता हैकमोडिटी वस्तुएं हैं, जिन पर अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव बहुत अधिक पड़ता है जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आदि
निवेश में जोखिमइक्विटी मार्केट के निवेश में कम जोखिम होता हैकमोडिटी में निवेश करना इक्विटी की तुलना में अधिक जोखिम भरा होता है
वैधता इक्विटी मार्केट में कंपनी के शेयर खरीदे जाते हैं, जिनकी कोई एक्सपायरी नहीं होती हैकमोडिटी मार्केट में सामान्यतः कमोडिटीज़ के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट खरीदे जाते हैं, जिनकी एक निश्चित एक्सपायरी होती है
तरलता/लिक्विडिटीइक्विटी मार्केट में तरलता अधिक होती है अर्थात किसी कंपनी के शेयरों को कभी भी कैश में बदला जा सकता कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? हैकमोडिटी मार्केट में निवेशक के पास केवल कॉन्ट्रैक्ट होता है, इसकी तरलता इक्विटी मार्केट की तुलना में कम होती है

आप कहाँ करें निवेश?

फाइनेंशियल मार्केट के दोनों रूपों तथा इनके मध्य मुख्य अंतरों को हमनें विस्तार से ऊपर समझा, ऐसे में आपको कहाँ निवेश करना चाहिए इसके लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि, निवेश के पीछे आपका उद्देश्य क्या है। चूँकि निवेश को लेकर हम में से अधिकांश का उद्देश्य कम जोखिम में अच्छा लाभ अर्जित करना होता है अतः इसके लिए इक्विटी मार्केट एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

इसके अतिरिक्त यदि आप किसी कमोडिटी जैसे गेहूँ, चावल, सोना आदि की आने वाले दिनों में क्या कीमतें रह सकती हैं यह अनुमान लगाने की क्षमता रखते हैं और आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो कमोडिटी ट्रेडिंग में भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होगी, जिसे आप जीरोधा के साथ बेहद कम शुल्क के साथ खोल सकते हैं।

डिसक्लेमर: किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें

Commodity trading कैसे शुरू करें

Commodity बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए हमारे पास ट्रेडिंग खाता होना चाहिए | ट्रेडिंग खाता उसी ब्रोकर के साथ खोलना चाहिए , जिनके पास प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों जैसे एमसीएक्स ( MCX ) , एनसीडीईएक्स आदि की सदस्यता ले रखी हो | इन एक्सचेंजों की वेबसाइट पर इनसे जुड़े ब्रोकरों की सूची मिल जाएगी | भारत में कई कमोडिटी एक्सचेंज हैं , जिनके माध्यम से कमोडिटी का कारोबार होता है | इनमें एमसीएक्स ( MCX ) , एनसीडीईएक्स , एनएमसीई प्रमुक है |

  • Commodity market भी शेयर बाजार की तरह होता है कमोडिटी बाजार में शेयर की जगह कमोडिटी को खरीदा और बेचा जाता है |
  • कमोडिटी किसी भी रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाले सामान को बोलते हैं जो लोगों की बुनियादी जरूरत होते हैं | जैसे की चना , गेहूं , सोना या चाँदी इत्यादि |
  • कमोडिटी बाजार में डिलीवरी होती है पर ज्यादातर लोग डिलीवरी न लेकर दुबारा से सामान को कमोडिटी बाजार में ही बेच देते हैं |
  • कमोडिटी बाजार में कच्चे माल की खरीद और बिक्री होती है |
  • कमोडिटी बाजार में सामान के पैसे वर्तमान स्थिति से लगते है , चाहे डिलीवरी कभी भी लो या न लो |
  • कमोडिटी बाजार में सामान की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है बस पैसे देखे जाते है |

Commodity बाजार के लिए टिप्स

कुछ भी खरीदने के लिए पूरी रकम देनी होती है , पर कमोडिटी ट्रेडिंग में कुछ पैसे देकर ट्रेडिंग की जा सकती है । कमोडिटी बाजार में इस को मार्जिन ट्रेडिंग कहा जाता है । ये मार्जिन किसी भी ट्रेडिंग का 3-5 प्रतिशत होता है ।

  • कमोडिटी बाजार में कुछ प्रतिशत मार्जिन देकर ट्रेडिंग कर सकते है , तो हमें ज्यादा ट्रेडिंग एक साथ नहीं करनी चाहिए ।
  • कमोडिटी बाजार में निवेश अपने बजट के हिसाब से करना चाहिए ।
  • शेयर बाजार में हम अपने निवेश को कुछ साल तक रख सकते है पर कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग 2-3 महीने में कारोबार होता है तो इसमें निवेश कम समय के लिए होता है ।
  • कमोडिटी बाजार में शुरुआत में थोड़े निवेश से ज्यादा फायदा हो सकता है । जब कमोडिटी बाजार को पूरी तरह से समझ जाएं तो ज्यादा पैसे निवेश कर कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? सकते है ।
  • शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में भी वैश्विक घटना से फर्क पड़ता है , ये समझ कर भी कमोडिटी बाजार में पैसे निवेश कर कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? सकते है ।
  • लिक्विड कमोडिटी में ज्यादा फायदा रहता होता है । लिक्विड कमोडिटी जैसे की कच्चा तेल , आधार धातु इसमें नुकसान कम होता है और कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? बाजार में बहार आने का मौका हमेशा खुला रहता है ।
  • शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में बोनस या डिविडेंड नहीं मिलता है । जब भी कमोडिटी बेचते है , तभी फ़ायदा होता हैं ।
  • कमोडिटी बाजार में डिमांड-सप्लाई का भी ध्यान रखें ।

शेयर बाजार और कमोडिटी बाजार में अंतर

  • कमोडिटी बाजार कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? में कमोडिटी और शेयर बाजार में शेयर खरीदे और बेचे जाते है ।
  • कमोडिटी बाजार और शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग डिमैट खाते की जरूरत होती है ।
  • शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में काफी रिसर्च करनी पड़ती है , कमोडिटी बाजार में कमोडिटी की ज्यादा रिसर्च नही करनी पड़ती है ।

By Suresh Kumar

Suresh Kumar, Intra Day Share के संस्थापक और Senior Editor हैं. इन्हें लोगों को नयी नयी इन्वेस्टमेंट की रिसर्च बेस्ड जानकारी पहुँचाने में बहुत ख़ुशी मिलती है. शेयर मार्केट से सम्बंधित सभी जानकारियां इनके द्वारा नियमित तौर पर इस वेबसाइट पर पब्लिश की जाती है | इन्हें मार्केट में कार्य करने का पिछले 6 वर्षों का अनुभव है और इसी अनुभव को इस वेबसाइट के माध्यम से आम जन तक पहुंचा रहें है |

कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है – Difference Between Stock Trade and Commodity Trade

कमोडिटी ट्रेडिंग और स्टॉक ट्रेडिंग में मूलभूत अंतर है। Share Market में आप एक बार शेयर खरीद सकते हैं और कई सालों बाद उन्हें बेच सकते हैं, लेकिन Commodity Market में लेन-देन केवल दो या तीन महीने में कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? होता है। इसलिए, किसी पोजीशन को खरीदते या बेचते समय एक निश्चित अवधि का पालन करना आवश्यक है। यह ट्रेडिंग स्टॉक फ्यूचर्स के समान है।

यदि आप Commodity Trading में निवेश करना चाहते हो तो सबसे पहले आपके पास एक Demant account और Trading account होना चाहिये। उसके बाद आपको अपने base metals पर ट्रेडिंग करना होगा, जिसके चलते आप bullions, agro, commodities व् energy जैसे कंपोनेंट्स पर निवेश कर सकते हो। लेकिन याद रहे जब भी आप Commodity Trading करो तो ऐसे में ट्रेडिंग करते समय stop loss का जरुर उपयोग करे । जिससे की आप आसानी से अपने पैसे को नुकसान से बचा सको और अपने लिए प्रॉफिट मार्जिन book कर सको ।

Best Commodity Trading Platforms in India

भारत में नीचे सूचीबद्ध छह प्रमुख कमोडिटी कारोबार एक्सचेंज हैं:-

  • मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? – एमसीएक्स (MCX)
  • राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज – एनसीडीईएक्स (NCDEX)
  • राष्ट्रीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज – एनएमसीई (NMCE)
  • भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज – आईसीईएक्स (ICEX)
  • एसीई डेरिवेटिव एक्सचेंज – एसीई (ACE)
  • यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज — यूसीएक्स (UCX)

Commodity Market Trading Time

यदि आप Commodity Trading me nivesh करना चाहते हो लेकिन आपको नही पता है की Commodity Trading Advantages and Disadvantages क्या है ? तो आप हमारे साथ इस पोस्ट में शुरू से लेकर अंत तक जरुर बने रहे । जिससे की आप Commodity Trading related benefits और नुकसान से कही वंचित न रह जाये ।

  • यदि आप Long Term में Commodity Trade कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? करते हो तो आप काफी मुनाफा कमा सकते हो ।
  • Commodity Trading में फ्यूचर बाज़ार बहुत ही लिक्विड रहने की सम्भावना रहती है ।
  • जैसे जैसे वस्तुओं की मांग बढती है वैसे ही धीरे धीरे वस्तुओं की कीमत में भी वृद्धि होती है ।
  • लीवरेज से जितना फायदा होता है नुकसान भी उतना ही होता है, जिसके चलते लीवरेज में आप छोटी पूंजी चूका कर एक बड़ी पोजीशन ले सकते है लेकिन कॉन्ट्रैक्ट की कीमत में थोडा सा भी बदलाव आपको भरी नुकसान दे सकता है ।
  • कमोडिटी Trading का फ्यूचर बाज़ार अस्थिर रहता है, जिसके चलते लोगो के पैसे खोने का खतरा बना रहता है ।

Commodity Trading Related FAQ

Commodity market के लिए एक विस्तृत गाइड कमोडिटी मार्केट निवेशकों के लिए कीमती धातुओं, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, ऊर्जा और मसालों जैसी वस्तुओं का व्यापार करने के लिए एक व्यापक गंतव्य है। वर्तमान में, फ्यूचर्स मार्केट्स कमीशन भारत में लगभग 120 कमोडिटीज के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स को ट्रेड करने की अनुमति देता है।

एक बार कमोडिटी ट्रेडिंग खाता खोलने के बाद, एक ट्रेडर को Commodity Trading शुरू करने के लिए प्रारंभिक राशि जमा करने की आवश्यकता होती है। प्रारंभिक मार्जिन जो आमतौर पर अनुबंध मूल्य का 5-10% तक होता है। उदाहरण के लिए, सोने का व्यापार करने के लिए, पैसे का प्रारंभिक मार्जिन 3200 यूरो है, जो सोने की निवेश इकाई (10 ग्राम) के 10% के बराबर है।

इक्विटी को कंपनी में शेयरधारक की भागीदारी के रूप में समझा जा सकता है। यह वह राशि है जो एक शेयरधारक कंपनी की कुल संपत्ति से देयता घटाकर प्राप्त करता है। दूसरी ओर, माल उन कच्चे माल को संदर्भित करता है जिन्हें कपास के रूप में खरीदा और बेचा जाता है।

​चांदी के सिक्के

चांदी के सिक्के निवेश का सबसे सरल उपाय हैं। धनतेरस, दिवाली और शादी-ब्याह के मौकों पर इनकी खरीद बढ़ जाती है। अगर आप ज्वैलरी के तौर पर चांदी नहीं खरीदना चाहते हैं तो सिक्के ले सकते हैं। चांदी के बिस्किट के मुकाबले चांदी के सिक्कों की कीमत ज्यादा होती है क्योंकि सिक्कों पर आमतौर पर कुछ आर्ट या पिक्चर बनी होती है। साथ में लेबर कॉस्ट भी होती है, जो फाइनल प्राइस में जुड़ जाती है। हालांकि फिर भी ये कम कीमत पर चांदी खरीदने का अच्छा विकल्प होते हैं। सिक्कों को ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदा जा सकता है।

​​चांदी के बिस्किट

अगर आपके पास निवेश करने के लिए अच्छा अमाउंट है तो आप चांदी के बिस्किट यानी सिल्वर बार खरीद सकते हैं। चांदी की कीमत प्रति किलोग्राम के आधार पर होती है। जरूरत पड़ने पर भविष्य में इसे बेच सकते हैं या गहने बनवा सकते हैं। चांदी के बिस्किट की मांग काफी ज्यादा रहती है। इसकी वजह है कि ज्वैलर्स के अलावा, इंडस्ट्रियल यूज के लिए भी चांदी के बिस्किट की खरीद होती है।

​​कमोडिटी मार्केट के जरिए

अगर आप चांदी की फिजिकल फॉर्म में निवेश नहीं करना चाहते हैं तो कमोडिटी मार्केट के जरिए चांदी में निवेश कर सकते हैं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की ही तरह चांदी का भी वायदा कारोबार होता है। सिल्वर फ्यूचर में निवेश करने के लिए आपके पास अमाउंट, नॉर्मल सिल्वर में निवेश की तुलना में थोड़ा ज्यादा होना चाहिए। सिल्वर फ्यूचर में निवेश करने से पहले वायदा कारोबार के बारे में जानकारी कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? जरूर जुटा लें। साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के प्राइस में फ्लक्चुएशन की स्थिति में अगर कोई अतिरिक्त लागत पैदा होती है तो उसे कवर करने के लिए आपके पास पर्याप्त पैसा हो। वायदा कारोबार में अभी चांदी की कीमत 60085 रुपये प्रति किलो है।

​चांदी की कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? मूर्तियां और अन्य आइटम्स

चांदी के शोपीस, मूर्तियां, एंटीक्स या अन्य आइटम्स के जरिए भी आप सिल्वर में निवेश कर सकते हैं। मार्केट में भगवान की चांदी कमोडिटी मार्केट से कैसे कमा सकते हैं पैसा? की बनी हुई मूर्तियां, चांदी की थाली, सिल्वर मग, सिल्वर बाउल, पूजा सेट, सिल्वर बॉक्स, ज्वैलरी बॉक्स, डेकोरेशन आइटम्स आदि मौजूद हैं। ध्यान रहे कि किसी भी बहुमूल्य धातु की कोई भी चीज खरीदने से पहले सुनिश्चित जरूर हो जाएं कि वह असली चांदी की बनी हुई है ताकि आपको नुकसान न उठाना पड़े।

रेटिंग: 4.71
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 557