'National stock exchange'

घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में मंगलवार को मामूली गिरावट रही और बीएसई (BSE) सेंसेक्स 49 अंक टूटकर बंद हुआ.

घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में गुरुवार को कारोबार के अंतिम आधे घंटे में तेज बिकवाली से शुरुआती बढ़त जाती रही और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 311 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ.

दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग (Phone Tapping) और जासूसी से संबंधित धनशोधन मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे की हिरासत शुक्रवार को चार दिन के लिए बढ़ा दी.

पूंजी बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को शेयर बाजार में संचालन के स्तर पर चूक मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) को नोटिस भेजकर 3.12 करोड़ रुपये का भुगतान करने को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कहा है.

वैश्विक बाजारों (Global Markets) में कमजोरी के रुख और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों ने मंगलवार को एक बार फिर शुरुआती बढ़त को गंवा दिया.

सेबी ने यह नोटिस तब भेजा है जब सुब्रमण्यन अपने ऊपर लगाए गए जुर्माने की भरपाई करने में नाकाम रहे हैं. सेबी ने 11 फरवरी को पारित एक आदेश में एनएसई में सुब्रमण्यन के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों के लिए उनपर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था.

न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने कहा, "हर कैदी एक जैसा होता है. वह जो रही हैं, उसकी वजह से वह वीआईपी कैदी नहीं हो सकती. नियमों को नहीं बदला जा सकता है." हालांकि, अदालत ने उन्हें एक प्रार्थना पुस्तक, हनुमान चालीसा और भगवद गीता की एक प्रति ले जाने की अनुमति दी है.

कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि एनएसई की पूर्व प्रमुख और एक हिमालय योगी से जुड़े हेरफेर मामले में बाजार नियामक SEBI की भूमिका भी भी जांच की जानी चाहिए. विशेष जज ने सीबीआई से कहा, 'देश की प्रतिष्‍ठा दांव पर है. घोटाले को लेकर आपका अनुमान क्‍या है?'

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी विक्रम लिमये (Vikram Limaye) ने बुधवार को कहा कि वो शेयर बाजार में प्रमुख के पद पर एक और कार्यकाल के लिए प्रयास नहीं करेंगे.

NSE Scam : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण गिरफ्तार, 'हिमालयन योगी' के साथ साझा की थी संवेदनशील जानकारी

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और यूनिसेफ ने उद्योगपतियों और कॉरपोरेट्स नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से बच्चों और युवाओं में निवेश करने का आग्रह किया

Children take over the National Stock Exchange to raise their voice in solidarity for protecting and promoting children's rights.

मुंबई, भारत, 05 अक्टूबर 2018: यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हेनरीएटा फोर ने आज यहां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) में 'क्लोजिंग बेल' बजाकर आने वाले समय में बच्चों और युवाओं में निवेश करने की आवश्यकता पर बल दिया।

इस समारोह में श्री विक्रम लिमये, प्रबंध निदेशक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज; डॉ यास्मीन अली हक, राष्ट्र प्रतिनिधि, यूनिसेफ इंडिया; और श्री रितेश अग्रवाल, ओयो रूम्स के संस्थापक और सीईओ, भी मौजूद थे।

इस मौके पर सुश्री फोर ने कहा, "भारतीय व्यापार समूह में यह समझ बढ़ रही है कि साझी मान्यताएं - जो इस विचार से उत्पन्न होती है कि परोपकार ही अच्छा व्यापार है - स्वस्थ, बेहतर शिक्षित, और अधिक संपन्न जन समूह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को समर्थन देकर विकसित की जा सकती है। व्यापार जगत के लिए यह अनिवार्य नहीं कि उसका मुनाफा समुदाय हित की अनदेखी कर के ही प्राप्त किया जाए। वास्तव में, उनका मुनाफा स्थानीय समुदाय और वहां रहने वाले लोगों की बेहतर सेवा और मदद करके भी कमाया जा सकता है। एक पैनल चर्चा के दौरान पैनलिस्ट्स ने चर्चा की, कि कैसे व्यवसायी और उद्योगपति यूनिसेफ और एनएसई जैसे संगठनों के साथ मिलकर बच्चों और युवाओं के हित के लिए समाधान खोज सकते हैं। चर्चा में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि किस तरह व्यवसाय लिंग भेद का मुकाबला करने के लिए अधिक कार्य कर सकते हैं, और ऐसी सामाजिक बाधाओं का विरोध कर सकते हैं जो कार्यस्थल में लैंगिक असमानताओं को मजबूत करती हैं। पैनलिस्टों ने इस बात पर भी गौर किया कि विश्व में किशोरों और युवाओं की तेज़ी से बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए कार्यकुशलता में कमी को पूरा करने के लिए शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण में तत्काल निवेश की आवश्यकता है।

एनएसई के एमडी और सीईओ, श्री विक्रम लिमये ने कहा, “आने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज वाले समय में नवीन सामाजिक उद्यमों, सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप जैसे सब को साथ लेकर चलने वाले व्यापार मॉडलों पर एक केंद्रित रणनीति तैयार करने कि आवश्यकता है, जिससे महिलाओं, बुजुर्गों और हाशिए पर रहने वाले अन्य वंचित वर्गों का वित्तीय सशक्तिकरण होगा। इस तरह के निष्पक्ष व्यवसाय मॉडल की नवरचना देश के आर्थिक विकास को एक नयी दिशा देगी, ताकि कारोबार का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे। एनएसई फाउंडेशन के माध्यम से एनएसई दृढ़ता से उन नए और केंद्रित कदमों का समर्थन करने में विश्वास रखता है जो हाशिए और वंचित समुदायों के सबसे गरीब लोगों को प्रभावित करते हैं, जो आज भारत के विकास की तस्वीर का हिस्सा हैं।"

ओयो रूम्स के सीईओ और संस्थापक श्री रितेश नेशनल स्टॉक एक्सचेंज अग्रवाल ने कहा, “हम जैसे युवा जो कर सकते हैं, उसकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है। हमें ज़रूरत है सही अवसर और कौशल की। मैं हर तरह से यूनिसेफ के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।" वर्तमान परिवेश में युवा लोगों में समान निवेश ही सबसे अच्छा और मूल्यवान लम्बी अवधि का निवेश है, जो सरकारें और व्यवसाय कर सकते हैं। युवा लोगों में निवेश करना वास्तव में उपयोगी है, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था और समाज को सकारात्मक लाभ मिलते हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में नई दिल्ली में यूनिसेफ ने नीति आयोग के साथ मिलकर 'युवाह!' का शुभारंभ किया। यह युवाओं, सरकार, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र को एक साथ लाने वाला मंच है, जिसका उद्देश्य है ऐसे समाधान खोजना जो युवाओं के लिए आवश्यक बदलावों में तेजी ला सके।

संपादकों के लिए टिपप्णी

सुश्री फोर, जो 1 जनवरी 2018 को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की सातवीं कार्यकारी निदेशक बनीं, उन्हें सार्वजनिक विकास, निजी क्षेत्र और गैर-लाभकारी क्षेत्र में आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, मानवीय सहायता और आपदा राहत में अपने काम व नेतृत्व के लिए जाना जाता है।

अपने चार दशक से अधिक के कार्यकाल में, सुश्री फोर ने 2007 से 2009 तक एडमिनिस्ट्रेटर ऑफ़ यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) और डायरेक्टर ऑफ़ यूनाइटेड स्टेट्स फॉरेन असिस्टेंस के रूप में कार्य किया। 2009 में उन्हें डिस्टिंग्विशड सर्विस अवार्ड (विशिष्ट सेवा का पुरस्कार) मिला, जो कि संयुक्त राज्य अमरीका के सेक्रेटरी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ स्टेट द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।

2005 से 2007 तक, उन्होंने अंडर सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट फॉर मैनेजमेंट के रूप में काम किया, जो कि डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट के चीफ ऑपरेटिंग अफसर हैं।

कृपया उनके शैक्षिक अभिलेख और कार्य अनुभव के लिए यह लिंक (link to her CV) देखें।

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों को किया अलर्ट, गारंटीड रिटर्न स्कीम से रहें सावधान, वरना डूब जाएगा पैसा

NSE Alert: एक्सचेंज निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा स्टॉक मार्केट में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है.

NSE Alert: देश नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सचेत किया है. एनएसई (NSE) ने निवेशकों को एश्योर्ड रिटर्न की स्कीम्स के प्रति आगाह किया है. एक्सचेंज ने बताया कि ये एंटिटीज NSE के पास न तो मेंबर के रूप में रजिस्टर्ड नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं और न ही किसी रजिस्टर्ड मेंबर की ओर से अधिकृत व्यक्ति हैं. ऐसी एश्योर्ड रिटर्न वाली स्कीम में पैसा लगाना जोखिम है. आपका निवेश भी डूब सकता है.

NSE का यह अलर्ट तब आया जब उसने पाया कि टेलीग्राम चैनल और वॉट्सऐप (WhatsApp) के जरिए परिचालन करने वाली ‘रियल ट्रेडर’ और ‘ग्रो स्टॉक’ जैसी एंटिटीज रिटर्न की गारंटी का दावा करते हुए योजनाओं की पेशकश कर रही हैं.

गारंटीड रिटर्न स्कीम में न करें निवेश

एक्सचेंज ने बयान में कहा कि निवेशकों को आगाह किया जाता है कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है. एक्सचेंज ने पिछले महीने इसी तरह का एडवाइजरी जारी किया था. उस समय एक्सचेंज को पता चला था कि शेयर्स बाजार प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक एंटिटी एश्योर्ड रिटर्न के साथ निवेश स्कीम की पेशकश कर रही है.

हाल ही में, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के शेयरधारकों ने आशीष कुमार चौहान को प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी. एनएसई की असाधारण आम बैठक 11 अगस्त को हुई थी. इसमें शेयरधारकों ने 99.99 फीसदी वोटों के साथ चौहान की नियुक्ति को मंजूरी दी. चौहान पहले BSE के मैनेजिंग डायरेक्ट और CEO थे. उन्होंने 26 जुलाई को एनएसई के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया.

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों को किया अलर्ट, गारंटीड रिटर्न स्कीम से रहें सावधान, वरना डूब जाएगा पैसा

NSE Alert: एक्सचेंज निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा स्टॉक मार्केट में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है.

NSE Alert: देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सचेत किया है. एनएसई (NSE) ने निवेशकों को एश्योर्ड रिटर्न की स्कीम्स के प्रति आगाह किया है. एक्सचेंज ने बताया कि ये एंटिटीज NSE के पास न तो मेंबर के रूप में रजिस्टर्ड हैं और न ही किसी रजिस्टर्ड मेंबर की ओर से अधिकृत व्यक्ति हैं. ऐसी एश्योर्ड रिटर्न वाली स्कीम में पैसा लगाना जोखिम है. आपका निवेश भी डूब सकता है.

NSE का यह अलर्ट तब आया जब उसने पाया कि टेलीग्राम चैनल और वॉट्सऐप (WhatsApp) के जरिए परिचालन करने वाली ‘रियल ट्रेडर’ और ‘ग्रो स्टॉक’ जैसी एंटिटीज रिटर्न की गारंटी का दावा करते हुए योजनाओं की पेशकश कर रही हैं.

गारंटीड रिटर्न स्कीम में न करें निवेश

एक्सचेंज ने बयान में कहा कि निवेशकों को आगाह किया जाता है कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है. एक्सचेंज ने पिछले महीने इसी तरह का एडवाइजरी जारी किया था. उस समय एक्सचेंज को पता चला था कि शेयर्स बाजार प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक एंटिटी एश्योर्ड रिटर्न के साथ निवेश स्कीम की पेशकश कर रही है.

हाल ही में, नेशनल स्टॉक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एक्सचेंज (NSE) के शेयरधारकों ने आशीष कुमार चौहान को प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी. एनएसई की असाधारण आम बैठक 11 अगस्त को हुई थी. इसमें शेयरधारकों ने 99.99 फीसदी वोटों के साथ चौहान की नियुक्ति को मंजूरी दी. चौहान पहले BSE के मैनेजिंग डायरेक्ट और CEO थे. उन्होंने 26 जुलाई को एनएसई के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया.

रेटिंग: 4.59
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 388