लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
कॉल विकल्प: खरीदने का अधिकार बनाम दायित्व
एक विकल्प ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? एक वित्तीय साधन है जिसका मूल्य अंतर्निहित परिसंपत्ति से प्राप्त होता है । कॉल ऑप्शन के खरीदार अधिकार प्राप्त करते हैं, लेकिन दायित्व नहीं, अंतर्निहित संपत्ति खरीदने के लिए (जैसे स्टॉक) एक पूर्वनिर्धारित स्ट्राइक मूल्य पर या पूर्व निर्धारित समाप्ति तिथि से। सभी विकल्प अनुबंध धारकों को अधिकार देते हैं, लेकिन दायित्व नहीं, खरीदने या बेचने ( पुट के मामले में ) अंतर्निहित – लेकिन वास्तव में इसका क्या मतलब है? यहाँ, हम एक करीब देखो।
चाबी छीन लेना
- कॉल ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स धारकों को अधिकार देते हैं, लेकिन दायित्व नहीं, एक निर्धारित समय पर पूर्व निर्धारित मूल्य पर कुछ अंतर्निहित सुरक्षा खरीदने के लिए।
- वायदा या इसके विपरीत, इसका मतलब है कि कॉल धारक यह तय कर सकता है कि उस स्ट्राइक मूल्य के लिए संपत्ति का अधिकार है या नहीं। अन्यथा, वे अनुबंध को समाप्त कर सकते हैं बेकार।
- यदि विकल्प का प्रयोग किया जाता है, हालांकि, विकल्प लेखक (विक्रेता) को उस मूल्य पर लंबे समय तक अंतर्निहित वितरित करने के लिए बाध्य किया जाएगा।
क्या कॉल होल्डर्स के पास खरीदने का अधिकार है, या दायित्व है?
विकल्प के बाजार मूल्य को प्रीमियम कहा जाता है । यह कॉल विकल्प द्वारा प्रदान किए गए अधिकारों के लिए भुगतान की गई कीमत है। यदि समाप्ति पर, अंतर्निहित परिसंपत्ति स्ट्राइक मूल्य से कम है, तो कॉल खरीदार प्रीमियम का भुगतान खो देता है – वे बाजार मूल्य से अधिक के शेयर खरीदने के लिए बाध्य नहीं हैं। यदि, हालांकि, यह स्ट्राइक मूल्य से ऊपर है, तो खरीदार बाजार मूल्य से नीचे के शेयर खरीद सकता है और अच्छा लाभ कमा सकता है।
इस प्रकार, अन्य डेरिवेटिव जैसे वायदा और आगे के अनुबंधों के विपरीत, विकल्प अनुबंध निवेशक को बस यही देते हैं – विकल्प – अनुबंध पर अच्छा बनाते हैं।
एक विकल्प का खरीदार इसलिए स्ट्राइक मूल्य पर स्टॉक खरीदने के लिए बाध्य नहीं है। उन्हें बस ऐसा करने का अधिकार है, अगर चुना गया है, तो वे किस बिंदु पर अपने अधिकार का उपयोग कर सकते हैं ।
कॉल ऑप्शन के लेखक के बारे में क्या?
दूसरी ओर, एक लेखक, या विक्रेता, एक कॉल विकल्प को एक पूर्व निर्धारित कीमत पर अंतर्निहित परिसंपत्ति को बेचने के लिए बाध्य किया जाएगा यदि उस कॉल विकल्प को लंबे समय तक प्रयोग किया जाता है। यह के रूप में कॉल लेखक की जा रही जाना जाता है सौंपा । कॉल विकल्प के लेखक को जोखिम उठाने के लिए भुगतान किया जाता है जो शेयरों को वितरित करने के लिए बाध्य होने के साथ जुड़ा हुआ है।
उदाहरण के लिए, एक निवेशक 15 डॉलर के स्ट्राइक मूल्य के साथ एक कॉल विकल्प बेचता है, अगले सप्ताह समाप्त होता है, एक डॉलर के लिए, और स्टॉक वर्तमान में $ 13 के लिए कारोबार कर रहा है। इस परिदृश्य में, लेखक $ 100 का प्रीमियम जमा करता है क्योंकि एक इक्विटी विकल्प में प्रति अनुबंध 100 विकल्प होते हैं। यह इंगित करता है कि निवेशक स्टॉक पर मंदी कर रहा है और सोचता है कि स्टॉक की कीमत घट जाएगी। निवेशक को उम्मीद है कि कॉल बेकार हो जाएगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare
Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।
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Intraday के लिए Stock कैसे चुने
Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।
ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए
Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।
Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।
मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे
Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।
Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे
Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।
लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।
मेरी राय:-
शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।
F&O की कवर्ड कॉल स्ट्रैटेजी क्या है, कैसे मिलता है घर बैठे हर महीने कमाई का मौका
- Vijay Parmar
- Updated On - July 30, 2021 / 08:09 PM IST
इस कंपनी पर तमिलनाडु सरकार का पूर्ण स्वामित्व है और ये कंपनी एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) के तौर पर RBI के साथ रजिस्टर्ड है
Covered Call Strategy: आप एक स्टॉक में लॉन्ग पोजिशन रखने के साथ ही, प्रीमियम के माध्यम से आय उत्पन्न करने के लिए उसी स्टॉक पर कॉल आप्शन को बेचते हैं, जिसे दलाल स्ट्रीट ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? में कवर्ड कॉल रणनीति कहते है. इसे कॉल ऑप्शन की राइटिंग करना भी कहते हैं. इसमें आप किसी पोजिशन को दूसरी पोजिशन से कवर करते है और जोखिम के सामने सुरक्षा का कवच बनाते है. डेरिवेटिव्स एक्सपर्ट के मुताबिक, स्थिर आय प्राप्त करने के लिए इस रणनीति का लाभ ले सकते है, लेकिन आप जिस स्टॉक की पोजिशन लेना चाहते हैं उसके लॉट साइज जितना पैसा आपके डीमैट खाते मे होना जरूरी है.
सिर्फ 650 रुपए में मिलेगा 1 किलो सोना!
धनतेरस के दिन सोना खरीदना है तो आपके लिए एक नया विकल्प खुलने जा रहा है.अब सोने में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू होने जा रही है. इसका मतलब साफ है कि अब आपको एक किलो सोना 31 लाख रुपए में नहीं बल्कि, 650 रुपए में मिल सकता है, सवाल उठता है कि यह कैसे संभव होगा. आइए जानते है इसके बारे में.
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