Cryptocurrency में पैसा लगाने की सोच रहे? तो पहले जानिए क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करने के नुकसान क्या है?

Disadvantages of Cryptocurrency: भारत में क्रिप्टोकरंसी ने युवा और बूढ़े निवेशकों के दिमाग में आशाजनक रिटर्न देने के ज्वलंत विचारों को अपने कब्जे में ले लिया है। लेकिन इसमें निवेश करने से आपको खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। यहां ऐसे 5 कारण बताए गए है, जिस वजह से आपको क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश से दूर रहना चाहिए।

Disadvantages of Cryptocurrency in Hindi: दुनिया के महान निवेशक वॉरेन बफे जैसे सफल निवेशकों ने डिजिटल मुद्रा यानी क्रिप्टोक्यूरेंसी को 'अगला बुलबुला' के रूप में संदर्भित किया है। यह देखते हुए कि बुलबुले फूट रहे हैं, यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करने की कमियां (Disadvantages of Cryptocurrency) क्या हैं ताकि हम निवेश के बारे में सोच-समझकर निर्णय ले सकें। यहां ऐसे 5 नुकसान बताए गए, जिस वजह से आपको भी Cryptocurrency में निवेश से सावधान रहना चाहिए।

नुकसान 1 - स्केलिंग समस्याएं

भारत और पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी हाइप है। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सबसे बड़ी चिंताओं में से एक स्केलेबिलिटी से संबंधित है। यह अभी भी अन्य वित्तीय लेनदेन और संचालन जैसे मास्टरकार्ड या वीज़ा जैसे भुगतान आइकन की तुलना क्रिप्टोकरंसी के नुकसान में उतना अधिक नहीं है। इसके अलावा, जिस गति से क्रिप्टो में लेन-देन किया जाता है, उसका मास्टरकार्ड और वीज़ा जैसे खिलाड़ियों के लिए कोई मुकाबला नहीं है। क्रिप्टोकुरेंसी में पैमाने की समस्याएं उनके इंफ्रास्ट्रक्चर में हैं और इस सेक्टर में इंडस्ट्री में सुधार के लिए बहुत जगह है।

नुकसान 2 - क्रिप्टो एक्सचेंज सिक्योरिटी

क्रिप्टोक्यूरेंसी डिजिटल टेक्नोलॉजी पर बहुत अधिक निर्भर करती है। इसके परिणामस्वरूप, यह साइबर सिक्योरिटी में उल्लंघनों के लिए खुला है। किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज से निपटने के बारे में कुछ चिंताओं में यह तथ्य है कि एकाउंट को हैक किया जा सकता है। कई ICO में हैकिंग की रिपोर्ट के साथ इसका पहले से ही जीवित प्रमाण है, जिसमें व्यक्तियों की लागत लाखों डॉलर है। इस प्रकार, सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को वर्तमान की तुलना में बेहतर तरीके से कंट्रोल और मैनेज किया जाना है। ट्रेडिशनल बैंकिंग सिक्योरिटी उपाय डिजिटल करेंसी सिक्योरिटी रखरखाव के लिए इसमें कटौती नहीं करने जा रहे हैं।

नुकसान 3 - क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य और अस्थिरता

भारत में क्रिप्टोकरंसी ने युवा और बूढ़े निवेशकों के दिमाग में आशाजनक रिटर्न देने के ज्वलंत विचारों को अपने कब्जे में ले लिया है। जबकि कई निवेशक क्रिप्टोक्यूरेंसी की लहर की सवारी कर रहे हैं, ऐसे कई लोग हैं जो यह पता लगा रहे हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतें एक हद तक अस्थिरता के लिए प्रवण होती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि क्रिप्टोक्यूरेंसी अपने जन्मजात मूल्य में कुछ कमी दर्शाती है, क्योंकि डिजिटल करेंसी किसी भी मूर्त संपत्ति से जुड़ी नहीं है।

नुकसान 4 - रेगुलेशन का अभाव

जब वॉरेन बफे ने क्रिप्टोकरंसी की कमियों पर जोर दिया, तो अनुभवी निवेशक ने इस मार्केट में एसेट को कंट्रोल करने वाले किसी भी रेगुलेटरी अथॉरिटी की कमी पर जोर दिया। किसी भी मैनेजमेंट की स्पष्ट कमी के कारण, बफे ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया, उसे उद्धृत करने के लिए सिस्टम "इम्पोड" करने के लिए बाध्य है। आप अंतर्निहित तकनीक को पूर्ण कर सकते हैं, लेकिन जब तक कोई नियामक संस्था क्रिप्टोकरंसी को नहीं अपनाती है, तब तक हमेशा बड़ा जोखिम बना रहेगा।

नुकसान 5 - टेक्नोलॉजी बदलने की चिंता

भारत और दुनिया भर में क्रिप्टोकुरेंसी में व्यापार की विशेष तार्किक समस्याएं हैं। ये काफी हद तक उस तकनीक से जुड़े हैं जिसमें डिजिटल मुद्रा शामिल है। उदाहरण के लिए, जब क्रिप्टोक्यूरेंसी से संबंधित तकनीक को बदलने की आवश्यकता होती है, तो प्रोटोकॉल को बदलने की आवश्यकता होती है। यह एक थकाऊ प्रक्रिया हो सकती है और इसमें लंबा समय लगता है। इसलिए, नियमित परिचालन और कार्यात्मक प्रवाह बाधित हो सकता है और अतिरिक्त मुद्दों का कारण बन सकता है।

बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन से फायदे की जगह नुकसान होगा

​​कनाडा ने दुनिया के सबसे पहले बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को मंजूरी दे दी है.

बिट.

इसके उलट भारत में क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने की कोशिश की जा रही है. हाल में ही वित्त मंत्री राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि भारत सरकार क्रिप्टोकरंसी पर एक बिल लाने जा रही है. इसके साथ ही यह कहा जा रहा है कि सभी निजी क्रिप्टोकरंसी को भारत से बाहर जाना पड़ेगा. इसके बाद यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक डिजिटल करेंसी लाने जा रही है.

भारत में क्रिप्टो करेंसी को बैन करने वाले बिल में क्या होगा इसकी तो अभी जानकारी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं है, लेकिन वास्तव में यह भारत सरकार के हितों की रक्षा करने से जुड़ा होगा. वास्तव में इस तरह का बिल उद्योग जगत से चर्चा करने के बाद ही लाया जा सकता है. इसके साथ ही इसमें मुख्य तकनीकी लोग, ग्लोबल रेगुलेटर और भारत के लाखों निवेशकों के हितों का ध्यान रखे जाने की उम्मीद है.

भारत सरकार सभी पक्षों से बातचीत करने के बाद इस तरह का कोई कानून बनाए, इसलिए भारत की लीडिंग क्रिप्टो करेंसी कंपनी, वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर और विशेषज्ञ आपस में मिलकर एक अभियान #IndiaWantsBitcoin चला रहे हैं. इस अभियान का उद्देश्य है कि नियामक उनकी चिंताओं का ध्यान रखते हुए कोई कानून बनाए.

भारत सरकार को वास्तव में क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट करने की दिशा में काम करना चाहिए. अगर भारत सरकार इसे नियंत्रित नहीं कर सकी तो भारत के लिए यह बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होगा. रूस और नाइजीरिया जैसे देशों में क्रिप्टो करेंसी पर बैन अप्रभावी साबित हो चुका है. क्रिप्टो करेंसी पर बैन तभी लागू हो सकता है जब इंटरनेट को बंद कर दिया जाए.

भारत में क्रिप्टो करेंसी इको सिस्टम बेहतर तरीके से मौजूद है. इस इकोसिस्टम को खराब करने से अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है. इसके साथ ही इस वजह से भारत को अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की जीडीपी के समकक्ष ले जाने की योजनाओं को पलीता लग सकता है. दुनिया के यह देश क्रिप्टो करेंसी को एक्सेप्ट कर चुके हैं और नियामकीय फ्रेमवर्क बनाकर उसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं.

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क्रिप्टोकरंसी से होने वाली कमाई को अपने ITR में कैसे दिखाएं? यहां जानिए

बिटकॉइन

बिटकॉइन (Bitcoin) जैसे क्रिप्टोकरंसी में को लेकर इस बात का भी कनफ्रयूज़न होता है कि क्या इसे भी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल क . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 08, 2021, 10:16 IST

नई दिल्ली. इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की डेडलाइन में अब बस दो दिन दिन बचा है. असेसमेंट ईयर 2019-20 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरने की अंतिम तारीख 10 जनवरी 2021 है. टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बारे में लोगों को कई बातों को लेकर कनफ्रयूज़न भी रहता है. बिटकॉइन (Bitcoin) जैसे क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई के बारे में भी आईटीआर में जानकारी देने को लेकर कई लोगों को कनफ्रयूज़न रहता है. आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.

इनकम टैक्स नियमों के तहत, क्रिप्टोकरंसी से मिलने वाले लाभ को कैपिटल गेन्स या बिजनेस इनकम की श्रेणी में माना जाता है. इस मामले से जुड़े एक जानकार ने बताया कि दो मामलों में ही क्रिप्टोकरंसी से जुड़े लेन-देन को इनकम टैक्स में रिपोर्ट किया जाता है.

क्रिप्टोकरंसी से फायदे/नुकसान का मामला कैपिटल गेन्स का बनता क्रिप्टोकरंसी के नुकसान क्रिप्टोकरंसी के नुकसान है
उन्होंने बताया कि सबसे पहले यह ध्यान देना होगा कि अगर कोई टैक्सपेयर क्रिप्टोकरंसी होल्ड करता है और उनक टैक्सेबल इनकम 50 लाख रुपये से ज्यादा है तो उन्हें अपने आईटीआर में क्रिप्टोकरंसी को एक ऐसट के तौर पर रिपोर्ट करना होगा. वहीं, जब वो क्रिप्टोकरंसी की खरीद या बिक्री करते हैं तो इससे होने वाले फायदे या नुकसान को ‘इनकम फ्रॉम कैपिटग गेन्स’ के तौर पर दिखाना होगा. 36 महीने से भी कम समय के लिए किसी एसेट को होल्ड करने पर होने वाले फायदे/नुकसान को छोटी अवधि वाला और इससे ज्यादा समय तक होल्ड करने पर फायदे/नुकसान को लंबी अवधि माना जाएगा.

माइनिंग या इन्वेस्टिंग के आधार पर तय होता है टैक्स
एक अन्य जानकार इस बारे में आगे की जानकारी देते हुए बताते हैं कि बिटकॉइन होल्ड करने वाले दो तरह के होते हैं. पहल माइनर्स और दूसरे इन्वेस्टर्स होते हैं. माइनर्स को बिटकॉइन ट्रांजैक्शन की माइनिंग से कमाई होती है. इन माइन कॉइन की बिक्री करने पर अधिग्रहण खर्च नहीं होता है. सेक्शन 55 में भी अधिग्रहण खर्च के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. ऐसे में माइन किए गए बिटकॉइन पर कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं वसूला जा सकेगा.

अगर किसी ने बिटकॉइन में इन्वेस्ट किया है तो निवेशक अधिग्रहण खर्च और खरीदे गए बिटकॉइन को बेचते समय सेल वैल्यू तय किया जाता है. इसके बाद बिटकॉइन की इस बिक्री पर होने वाली फायदे/नुकसान पर शॉर्ट/लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स देना होगा.

टैक्सपेयर्स को यह भी ध्यान देना होगा कि कैपिटल गेन्स वाले व्यक्ति या क्रिप्टोकरंसी के जरिए बिजनेस इनकम प्राप्त करने वाले लोगों को आईटीआर-2 और आईटीआर-3 फॉर्म उनके रिटर्न भरने के लिए होता है.

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What is cryptocurrency | advantage and disadvantage of cryptocurrency | क्रिप्टो करेंसी क्या है | क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान क्या है

दुनिया के किसी भी व्यक्ति, संस्था या देश को अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति और आपसी लेन देन के लिए एक मुद्रा यानी कि एक currency की आवश्यकता होती है। जैसे कि भारत में रूपया है, अमेरिका में डॉलर है, इंग्लैंड में पाउंड्स है वैसे ही वर्तमान में एक नई करेंसी प्रचलन में है और वो है cryptocurrency तो आइए जानते हैं कि ये crytocurreny क्या है?

Cryptocurrency
Cryptocurrency

What is cryptocurrency | क्रिप्टो करेंसी क्या है

Cryptocurrency एक ऐसी मुद्रा है जो computer Algorithm पर बनी होती हैं। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह curreny किसी भी authority के काबू में नहीं होती है अमूमन डॉलर, रुपया, यूरो या अन्य मुद्रा के तरह ही क्रिप्टोकरंसी के नुकसान इस मुद्रा का चलन किसी राज्य, देश, संस्था, या सरकार द्वारा नहीं किया जाता। यह एक digital currency होती है जिसके लिए cryptography का प्रयोग किया जाता है।

आमतौर पर इसका उपयोग किसी समान की खरीदारी या कोई service खरीदने के लिए किया जाता है। इसे न तो कोई देख सकता है न ही कोई छू सकता है। क्योंकि भौतिक रूप से cyptocurrency का मुद्रण होता ही नहीं है। इस लिए इसे आभासी (virtual) मुद्रा (currency) भी कहा जाता है।

पिछले कुछ सालों में ऐसे currency काफी प्रचलित हुई। नॉलेज के लिए हम सबको पता होना चाहिए की सर्वप्रथम cryptocurrency का इस्तेमाल 2009 में हुई थी जो की bitcoin थी। Bitcoin के अलावा अन्य cryptocurrency बाजार में उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग आजकल हो रहा है जैसे कि redcoin, ripple, litecoin, ethereum इत्यादि।

What are the advantages of crypto currency| क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है

आइए जानते हैं कृपया क्रिप्टोकरंसी के नुकसान करेंसी के लाभ क्या क्या है? हमें पता है किसी भी वस्तु का फायदे और नुकसान दोनों होता है। इसलिए सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी के लाभ के बारे में बात करते हैं। आम पर कह सकते हैं कि कृपया करण से क्या लाभ ज्यादा है और नुकसान कम है।

2. अधिक पैसा होने पर cryptocurrency में निवेश करना अधिक फायदेमंद है। क्योंकि इसके कीमतों में बहुत तेजी से उछाल आता है। निहाजा निवेश के लिए एक बहुत अच्छा प्लेटफार्म है।

3. अधिकतर cryptocurrency के wallet उपलब्ध है, जिसके चलते ऑनलाइन क्रिप्टोकरंसी के नुकसान खरीदारी, पैसे का लेन देन सरल हो चुका है।

4. cryptocurrency को कोई भी Authority कंट्रोल नहीं करती जिसके चलते नोटबंदी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा खतरा किसी के क्रिप्टोकरंसी के नुकसान सामने नहीं आता।

5. कई बार ऐसे हैं जहां कैपिटल कंट्रोल नहीं है मतलब कि यह बात तय ही नहीं है कि देश के बाहर कितना पैसा भेजा जा सकता है और कितना पैसा मंगवाया जा सकता है।लिहाजा cryptocurrency खरीद कर उसे बाहर आसानी से भेजे जा सकते हैं। उसे पैसे में कन्वर्ट कर लिया जाता है।

6. cryptocurrency का फायदा उन लोगों को होता है जो अपना धन छुपा कर रखना चाहते हैं। इसलिए cryptocurrency पैसे छुपा कर रखने के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म उभर कर आया है।

7. cryptocurrency पूरी तरह से सुरक्षित है बस आपको उसके लिए ऑथेंटिकेशन रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि ऐसे currency, blockchain पर आधारित है। लिहाजा किसी भी प्रकार का ट्रांजैक्शन करने के लिए पूरे blockchain को माइंड करना पड़ता है।

अभी तक हमने cryptocurreny के लाभ के बारे में बताया आपको तो पता ही होगा की जहा फायदा होता है वही नुकसान भी अपना पाव पसारता है। तो फिर चलिए जानते हैं cryptocurrency के नुकसान के बारे में।

What are the disadvantage of cryptocurrency | क्रिप्टो करेंसी के नुकसान क्या हैं

1. Cryptocurrency का सबसे बड़ा नुकसान तो ये है कि इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है क्योंकि इसका मुद्रान नही किया जाता। मतलब कि न ही इस करेंसी के नोट छापे जा सकते हैं और न ही इस करेंसी के बैंक या पासबुक जारी किए जा सकते हैं।

2. इसको control करने के लिए कोई देश, सरकार, या संस्था क्रिप्टोकरंसी के नुकसान नही है। जिससे की इसकी कीमत में बहुत उछाल या फिर बहुत अधिक गिरावट देखने को मिलता हैं। जिसके वजह से cryprocurrency में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा है।

3. Cryptocurency का इस्तेमाल गलत कामों को बढ़ावा देता है जैसे कि इसका इस्तेमाल हथियार बनाना, खरीद फरोख्त, ड्रक्स सप्लाई, कालाबाजारी आदि में इसे किया जा सकता है। जो कि इसका इस्तेमाल दो लोगो के बीच में ही किया जा सकता है। ज्यादा यह काफी खतरनाक हो सकता है।

4. Cryptocurreny को हैक करने का भी खतरा बना रहता है। यह बात बीगर है कि Blockchain को हैक करना उतना आसान नहीं है। क्योंकि इसमें security का पूरा इंतजाम होते हैं। बावजूद इसके इस currecy के मालिक न होने के कारण hacking होने से मना भी नहीं किया जा सकता।

5. यदि cryptocurrecy का transaction आपसे गलती से किसी और के पास हो गया तो इसे वापस नहीं मंगा सकते। जिससे आपको घाटा होता है।

यह सब जानने के बाद आपके दिमाग में क्वेश्चन आ रहा होगा कि क्या कानूनी रूप से इसे उपयोग करना वैध है या नहीं। दर्शन इसका उत्तर आपके इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन से देश में रह रहे हैं। वहां कौन सा करेंसी प्रचलन में है। कौन सा देश में इसे वैध माना गया है या नहीं। क्योंकि कुछ देश में क्रिप्टोकरंसी को ग्रे जोन में रखा गया है। पता उस देश में न तो औपचारिक तौर पर इसे यूज करने के लिए कहा गया और ना ही इसे कानूनी रूप से वैध करने के लिए कहां गया हो।

आतम कह सकते हैं कि भारत में क्रिप्टो करेंसी के कीमतों में उछाल होने के कारण लोगों में इस का रुझान देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में हो सकता है कि भारत में भी इसे चलाने का औपचारिक रूप से इसे वैध करने के तरफ बढ़े।

आप लोगों से उम्मीद करते हैं कि क्रिप्टो करेंसी से संबंधित यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। कृपया अपने दोस्तों के साथ ही से शेयर करें। इसी तरह की और इंफॉर्मेशन के लिए हमें सब्सक्राइब करें।

क्रिप्टो करेंसी के फायदे , क्रिप्टो करेंसी के नुकसान ओर क्रिप्टो का भविष्य क्या है बताइए

आप इस पोस्ट में जानेंगे क्रिप्टो करेंसी के फायदे ,क्रिप्टो करेंसी के नुकसान । कई लोग का यह भी प्रश्न रहता है कि कृपया करेंसी का भविष्य क्या क्रिप्टोकरंसी के नुकसान है। आपको बता दूं मैं, क्रिप्टो करेंसी आने वाले समय का सबसे बड़ा जायदाद होगा। लोग आज क्रिप्टोकरंसी को छोटी नजर से देख रहे हैं लेकिन आने वाले समय क्रिप्टोकरंसी के नुकसान में भविष्य की बात करें तो क्रिप्टो से बड़ा बाजार दूसरा कुछ नहीं हो सकता।

वैसे तो भारत ने भी यह स्वीकार किया है कि क्रिप्टो करेंसी आने वाला भविष्य है तभी भारत ने भी क्रिप्टो करेंसी को बैन नहीं किया और क्रिप्टो करेंसी को चालू रखा और उसके ऊपर बड़ी रकम की टैक्स वसूली कर रहा है..

Table of Contents

क्रिप्टो करेंसी के फायदे

● ये एक ऑनलाइन Currency होने के कारण है, धोखाधड़ी और इसकी नकली करेंसी बनने के चांस कम है।
● क्रि प्टो करेंसी एक स्ट्रांग एंड क्रिप्टोकरंसी के नुकसान अन्य सामान्य digital payment से ज्यादा सुरक्षि त माना जाता है।
● क्रि प्टो करेंसी की कीमत बहुत तेजी से दि न ब दि न बढ़ रही है, इसलि ए इन्वेस्ट करने के लि ए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। जो फ्यूचर में काफी फायदेमंद साबि त हो सकता है।
● Cryptocurrency की ट्रांसफर और लेन देन बहुत सुरक्षि त है, यह सामान्य लेन देन से बिल्कुल भिन्नऔर ज्यादा सुरक्षित है।
● कोई मेडि एटर नहीं होता है।
● यह ग्लोबल में नहीं है।
● ट्रांजैक्शन फीस बहुत ही है और ट्रांजैक्शन जल्दी और आसानी से होता है। क्रिप्टो करेंसी का गेर-लाभ
● इसमें रि वर्स ट्रांजैक्शन का ऑप्शन नहीं होने के, अगर गलती ट्रांजैक्शन हो जाता है तो आप को बहुत

क्रिप्टो करेंसी के नुकसान

क्रिप्टो करेंसी से भारी नुकसान हो सकता है।

● ऑनलाइन करेंसी होने के कारण क्रि प्टोकरेंसी का मुद्रण नहीं कि या जा सकता है।
● क्रि प्टो करेंसी को कि सी भी देश की सरकार या संस्था या कि सी मालि क संचालि त नहीं कर सकते है। यह बहुत ही बड़ा disadvantage है।
● कि सी भी तरह की अगर धोखाधड़ी हो जाती है तो आप कि सी भी संस्था पर क्लेम नहीं कर सकते हैं।
● अगर आपका वॉलेट आईडी एक बार खो जाता है क्रिप्टोकरंसी के नुकसान तो उस वॉलेट में जि तने आपके रुपए होंगे वह सब डूब जाएगा।
● क्रिप्टो करेंसी में मार्केट बहुत flexible होती है। इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही रि स्की होता है।
● इसका यूज कहा होता हैं ये पता न चल पाने की वजह से गलत कामों में इसका यूज होने लगा, ड्रग्स इत्यादि में।

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