-सिंडिकेट लंका के आसपास, रश्मि नगर, साकेतनगर, भगवानपुर आदि इलाकों में धड़ल्ले से चल रहा है.

Best Stock Broker in india — भारत में सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें?

हैलो निवेशकों। आज हम निवेश की दुनिया के सबसे हॉट टॉपिक्स में से एक पर चर्चा करने जा रहे हैं- फुल-सर्विस ब्रोकर बनाम डिस्काउंट ब्रोकर और किसे चुनना है? हालांकि, आगे बढ़ने से पहले, आइए पहले समझते हैं कि स्टॉकब्रोकर कौन है।

एक स्टॉकब्रोकर एक कौन से दलालों को चुनना है व्यक्ति / संगठन है जो स्टॉक एक्सचेंज का एक पंजीकृत सदस्य है और उसे अपने ग्राहकों के स्थान पर प्रतिभूति बाजार में भाग लेने के लिए लाइसेंस दिया जाता है। स्टॉकब्रोकर अपने ग्राहकों की ओर से सीधे शेयर बाजार में स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं और इस सेवा के लिए कमीशन ले सकते हैं।

अब, भारत में दो प्रकार के स्टॉक ब्रोकर हैं:

  1. फुल सर्विस ब्रोकर (Full-service broker)
  2. डिस्काउंटेड ब्रोकर (Discount broker )

डिस्काउंटेड ब्रोकर (Discount broker )

डिस्काउंटेड ब्रोकर (Discount broker) अपने ग्राहकों के लिए आठ सुविधा प्रदान करते हैं। वे ग्राहकों के लिए सलाह और सूट की पेशकश नहीं करते हैं। वे कम ब्रोकरेज, उच्च गति और स्टॉक, कमोडिटीज और करेंसी डेरिवेटिव्स के लिए एक सभ्य मंच प्रदान करते हैं।

उत्तर आपके ज्ञान, वरीयता और समय पर निर्भर करता है। यदि आप अपने निवेश के लिए स्टॉक एडवाइजरी चाहते हैं, तो आपको पूर्णकालिक ब्रोकर का चयन करना चाहिए। दूसरी ओर, यदि आप अपने दम पर शोध करना चाहते हैं या आपके पास वित्तीय सलाहकार हैं, तो आपको डिस्काउंट ब्रोकर का चयन करना चाहिए।

इसके अलावा, आपको अपने स्टॉकब्रोकर का चयन करने से पहले ब्रोकरेज शुल्क पर भी ध्यान देना चाहिए।

प्रारंभ में, मैंने आईसीआईसीआई डायरेक्ट (जो एक पूर्ण-सेवा दलाल है) के साथ शुरू किया, लेकिन जल्द ही एहसास हुआ कि यह छूट दलालों की तुलना में बहुत महंगा था। इसके अलावा, मैं आईसीआईसीआई डायरेक्ट द्वारा सलाहकार सुविधा का उपयोग नहीं कर रहा था। इसलिए, मुझे इस बात से कोई मतलब नहीं है कि अगर मुझे सस्ते स्टॉकब्रोकर्स पर समान लाभ मिल सकता है, तो अतिरिक्त ब्रोकरेज शुल्क का भुगतान करना होगा।
Zerodha (डिस्काउंट ब्रोकर) निष्पादित आदेश के अनुसार 0.01% या 20 रुपये (जो भी कम हो) की ब्रोकरेज चार्ज करता है। यह आईसीआईसीआई डायरेक्ट (पूर्ण-सेवा दलाल) की तुलना में सस्ता है, जिसने प्रत्येक लेनदेन पर 0.5% की दलाली मांगी। यदि आप आईसीआईसीआई डायरेक्ट में 50,000 रुपये के लिए स्टॉक खरीदते हैं, तो आपको 250 रुपये की ब्रोकरेज का भुगतान करना होगा (दूसरी तरफ, ज़िरोदा केवल 20 रुपये, 230 रुपये का अंतर )।
इसके अलावा, चूंकि यह राशि लेन-देन (खरीदने और बेचने) के दोनों ओर ली जाती है, इसलिए आपको पूर्ण लेनदेन के लिए कुल 500 रुपये का भुगतान करना होगा (जिस तरह से दोनों तरफ के 40 रुपये के कुल ब्रोकरेज की तुलना में बहुत महंगा है)

Natasha Dalal OTT Debut: पति Varun Dhawan को एक्टिंग में टक्कर देने आ रही हैं नताशा दलाल, इस शो से ओटीटी पर करेंगी डेब्यू

By: ABP Live | Updated at : 05 Dec 2021 04:30 PM (IST)

वरुण धवन और नताशा दलाल (फोटो - सोशल मीडिया)

Natasha Dalal going to Debut on OTT: स्टूडेंट ऑफ द ईयर (Student of the Year ) से डेब्यू करने वाले वरुण धवन (Varun Dhawan) आज बॉलीवुड के जाने-माने कलाकार हैं. मैं तेरा हीरो, कुली नंबर 1, बदलापुर, स्ट्रीट डांसर 3, दिलवाले, बद्रीनाथ की दुल्हनिया, जुड़वा 2 जैसी धमाकेदार फिल्में देने वाले वरुण धवन (Varun Dhawan) को टक्कर देने के लिए अब उनकी पत्नी भी डेब्यू करने जा रही हैं. जी हां. खबर है कि नताशा दलाल (Natasha Dalal) अब एक्टिंग में कदम रखने जा रही हैं. जल्द ही वो ओटीटी पर डेब्यू करेंगी.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नताशा दलाल ओटीटी पर एक शो में एक्टिंग करने जा रही हैं, जिसका नाम है Say Yes to the dress india. ये शो डिस्कवरी पर दिखाया जाएगा. चूंकि ये एक डिजाइनिंग बेस्ड शो है और नताशा दलाल भी फैशन डिजाइनर हैं इसी वजह से नताशा दलाल ने इसके लिए हां की है.

मरीज बेहाल, अस्पताल में दलालों का जाल

मरीज बेहाल, अस्पताल में दलालों का जाल

एम्स का दर्ज हासिल बीएचयू का सर सुंदरलाल हॉस्पिटल दलालों के सिंडिकेट में फंस गया है. बिहार यूपी सहित नेपाल और मध्य प्रदेश से आने वाले मरीजों को दवा और जांच के नाम पर शिकार बना रहे हैं. इस सिंडिकेट की कमाई का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि दबंग इनसे ही हर महीनें लाखों की रंगदारी वसूलते हैं. बीएचयू एमसीए स्टूडेंट गौरव सिंह की हत्या की वजह भी दलालों से वसूली ही रही. दलालों की कारस्तानी की जानकारी पुलिस को भी है बल्कि चर्चा तो यहां तक है कि सिंडिकेट के संचालन में थाने का रोल भी है.

हॉस्पिटल में दलालों के खिलाफ छापेमारी करके डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है. बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन व पुलिस अधिकारियों के बीच पिछले दिनों हुई मीटिंग में यह बात सामने आई थी कि एसएस हॉस्पिटल में 60 से अधिक दलाल सक्रिय हैं. इन्हें लोकल थाना और बीएचयू छात्रों का शह प्राप्त है.

शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान

शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान

1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.

2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.

चेयरमैन पद पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार सक्रिय, भाजपा और कांग्रेस से टिकट पाने के लिए जद्दोजहद शुरू

Noida Bureau

नोएडा ब्यूरो
Updated Tue, 24 May 2022 10:15 PM IST

नगर परिषद कार्यालय पलवल

पलवल। नगर परिषद चुनाव की घोषणा होने के साथ ही पलवल में चेयरमैन पद पर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार भी सक्रिय हो गए कौन से दलालों को चुनना है हैं। ऐसे उम्मीदवारों ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। चेयरमैन पद पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में सर्वाधिक उम्मीदवार नजर आ रहे हैं। कांग्रेस की टिकट पर चेयरमैन का चुनाव लड़ने वालों की संख्या अभी कम नजर आ रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) से पलवल में अभी तो चेयरमैन का चुनाव लड़ने की इच्छुक एक ही उम्मीदवार ज्यादा नजर आ रही है।
हरियाणा में इस बार कौन से दलालों को चुनना है नगर परिषद चेयरमैन का चुनाव जनता करेगी। पहले पार्षद चेयरमैन चुनते थे, लेकिन इस बार सरकार ने नियमों में बदलाव करते हुए चेयरमैन का चुनाव सीधा कराने का निर्णय लिया। पहली बार हो रहे सीधे चेयरमैन पद पर चुनाव के लिए पलवल नगर परिषद का चेयरमैन पद इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। सीट आरक्षित होने के बाद से ही जिले में करीब एक दर्जन से अधिक उम्मीदवार सक्रिय हैं। हालांकि, कुछ उम्मीदवार ड्रॉ निकलने के बाद से ही सक्रिय हैं, जबकि कुछ व्यक्ति गुपचुप तरीके से केवल पोस्टर व सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर नेताओं से संपर्क साधने में लगे हैं। अब चुनाव की घोषण होने के साथ ही एकाएक बाहर निकल आए हैं।
इन लोगों ने की भाजपा से टिकट की दावेदारी
भाजपा से चुनाव लड़ने के लिए करीब एक दर्जन उम्मीदवार इच्छुक है। इनमें नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन नेत्रपाल सिंह, जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष आशावती, संजय वाल्मीकि, डॉ. यशपाल, रवि माहौर, पूर्व पार्षद सुरेश माहौर, पूर्व विधायक रामरतन के पुत्र हरेंद्र सिंह, कमरावली के पूर्व सरपंच यशपाल, जिला पार्षद बिंदु ढकोलिया के अलावा भी कौन से दलालों को चुनना है तीन से चार लोग और शामिल हैं।
कांग्रेस से टिकट के लिए लगा रहे जोर
कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की संख्या अभी कम है। क्योंकि, पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण सिंह दलाल ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं तथा न ही कांग्रेस की तरफ से यह निर्णय हुआ है कि चुनाव टिकट पर लड़ा जाएगा या नहीं। इस कारण इच्छुक उम्मीदवार कम है। फिर भी चेयरमैन का चुनाव लड़ने के इच्छुक पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल से आशीर्वाद ले रहे हैं। कौन से दलालों को चुनना है इनमें धीरज सिंह, सतीश मंढोतिया, शिव कुमार वाल्मीकि, वीर सरपंच, जोगेंद्र बाल्मीकि सहित करीब आधा दर्जन और इच्छुक उम्मीदवार हैं।
आप से केवल एक ही उम्मीदवार
पलवल नगर परिषद के चेयरमैन पद पर आम आदमी पार्टी से एक ही उम्मीदवार नजर आ रही है, जो वितरण निगम के अधीक्षक अभियंता मदन लाल रोहिला की पत्नी डॉ. नवीन रोहिला हैं। इसके अलावा एक-दो इच्छुक उम्मीदवार और हैं। लेकिन, वे सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं। वैसे आप नेता भाजपा व कांग्रेस से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को भी वहां से टिकट न मिलने पर आप में आने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों के बीच होगा मुकाबला
नगर परिषद चेयरमैन पद पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। यदि कांग्रेस ने सिंबल पर चुनाव नहीं भी लड़ाया तो भी मुकाबला भाजपा उम्मीदवार व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल समर्थित उम्मीदवार के बीच होगा। हालांकि, आप प्रत्याशी चुनाव को त्रिकोणीय बना सकता है। फिर भी लोग मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच मान रहे हैं। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने भी उन इच्छुक उम्मीदवारों की सूची बनवानी शुरू कर दी है, जो उनके आशीर्वाद से चुनाव लड़ना चाहते हैं।

रेटिंग: 4.32
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 272